इस्लामाबाद: पाकिस्तान में ईशनिंदा मामले में ईसाई महिला आसिया बीबी को रिहा किए जाने के विरोध में कई शहरों में प्रदर्शन चल रहे हैं, अब तक पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल 250 लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. ये लोग पिछले तीन दिन से सड़कों पर धरना दे रहे थे, ये लोग यातायात जाम कर रहे थे और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे. चीन यात्रा पर गए प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रदर्शनों पर नाराजगी जताई है और उन्ही के आदेश पर गिरफ्तारियां की गई है. श्रीलंका में राजनितिक उथल-पुथल के बीच हो सकती है तमिल कैदियों की रिहाई पाकिस्तान की कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से समझौता वार्ता टूटने के एक दिन बाद आंदोलन को कुचलने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है. आसिया बीबी (47) पर आरोप था कि उसने पड़ोसियों से झगड़े के समय इस्लामिक मान्यता के खिलाफ बातें कहीं थी. ईश निंदा के मामले में बीबी को गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया और 2010 में उन्हें दोषी करार दिया गया था, आठ साल आसिया ने जेल में काटे, उन्हें पाकिस्तानी अदालत द्वारा मृत्यु दंड की सजा सुनाई गई थी. विधानसभा चुनाव: भाजपा की जीत मुश्किल, कांग्रेस दे रही कड़ी चुनौती लेकिन इस बुधवार को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ ने आसिया बीबी की अपील को स्वीकार करते हुए उन्हें मामले से बरी कर दिया साथ ही जेल से रिहा करने के आदेश भी दिए, इस पीठ की अध्यक्षता पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार कर रहे थे. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद से कट्टरपंथी सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे, जिससे पाकिस्तान में कई इलाकों में यातायात ठप्प हो गया, जिसके बाद सरकार ने उन्हें गिरफ्तार करने के आदेश दिए. खबरें और भी:- फ्रांस से आज़ादी की मांग को लेकर न्यू सेलेडोनिया ने आयोजित किया जनमत संग्रह स्टैच्यू आॅफ यूनिटी: जितनी ऊंची मूर्ति उतने ऊंचे टिकिट के दाम पाकिस्तान: आसिया बीबी के पति ने अदालत से मांगी सुरक्षा