श्रीनगर: देश में गोरक्षा के नाम पर हत्या के मामलों में पिछले कुछ दिनों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. इसी बात को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है और राजनितिक दल आमने-सामने आ गए हैं. इसी कड़ी में अब जम्मू कश्मीर के पीडीपी नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने भी अपना बयान दिया है. बेग ने इस मामले को धार्मिक चोला चढ़ाते हुए कहा है कि 'गाय और भैंस के नाम पर मुसलमानों के कत्‍ल बंद करें वरना नतीजे अच्‍छे नहीं होंगे. 1947 में एक बंटवारा पहले ही हो चुका है.' कटाक्ष: दलितों के चूल्हों पर रोटी सेंकने को तैयार राजनेता बेग जम्मू कश्मीर में एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे, तभी उन्होंने ये धर्म सम्बन्धी टिप्पणी की. इस मौके पर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती भी मौजूद थीं. उन्होंने भी बेग के सुर में सुर मिलते हुए कहा कि "हमने रमजान के समय भी संघर्षविराम की पहल की थीं, मैं हुर्रियत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाने के लिए केंद्र से अपील करती हूं.' बिहार जहरीली शराब मामला: 14 आरोपियों को उम्रकैद बेग के इस बयान को दूसरे बंटवारे की धमकी के तौर पर देखा जा रहा है, हालांकि केंद्र की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया है. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद पीडीपी नेताओं की तरफ से इस तरह के विरोधी बयान आ रहे हैं. खबरें और भी:- 2019 चुनाव : महागठबंधन नहीं जनता की एक जरूरत बनेगी सरकार के लिए चुनौती मुश्किल में इमरान, पाक में दोबारा चुनाव की मांग अब महिला आरक्षण से महिला आयोग को ही आपत्ति