साल 2020 का पहला चंद्र ग्रहण आज पौष पूर्णिमा के दिन लग सकता है ।वही यह आज राम 10 बजकर 39 मिनट पर प्रारंभ होगा, जो शनिवार तड़के 02 बजकर 40 मिनट पर मोक्ष होगा। 4 घंटे से अधिक देर तक रहने वाले चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को कुछ खास बातों का ख्याल रखना होता है, जिससे उनके बच्चे पर इसका गलत असर न हो। आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 1. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय अन्न, जल या फल ग्रहण नहीं करना चाहिए। ग्रहण में भोजन करना और जल पीना वर्जित माना गया है। 2. ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को नुकीली वस्तुएं जैसे कैंची, सुई या चाकू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। 3. चंद्र ग्रहण के समय महिलाओं को भगवान का ध्यान करना चाहिए। 4. ग्रहण खत्म होने के बाद ही स्नान करें। ग्रहण काल में स्नान करना वर्जित है। 5. आपका चंद्रमा कमजोर है तो आप ग्रहण काल में ओम चंद्राय नम: मंत्र का जाप कर सकती हैं। 6. ग्रहण के समय भगवान की मूर्तियों को स्पर्श न करें। ग्रहण खत्म होने पर स्वयं स्नान करने के बाद मूर्तियों को भी गंगा जल से स्नान कराने के पश्चात पूजा कर सकती हैं। 7. चंद्र ग्रहण खत्म होने पर घर में गंगा जल का छिड़काव करें, जिससे नकारात्मकता दूर हो जाएगी। 8. ग्रहण समाप्ति के बाद गर्भवती महिलाओं को तुलसी का पत्ता गंगा जल के साथ ग्रहण करना चाहिए। 9. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय चंद्रमा को न देखें। गर्भवती महिलाओं के चंद्रमा को देखने से बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है। 10. गर्भावस्था में ग्रहण काल के दौरान कपड़ों की सिलाई भी वर्जित माना गया है। 11. चंद्र ग्रहण के समय नकारात्मकता को दूर करने के लिए गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक नारियल रखना चाहिए। घर में बनाये रखना है सुख-शांति तो अपनाये यह वास्तु टिप्स भारत का ऐसा इकलौता मंदिर जो ग्रहण के सूतक में भी रहता है खुला पौष पूर्णिमा 10 को जानिये क्या है स्नान, दान का महत्व और शुभ मुहूर्त