चंडीगढ़ः पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने शनिवार की रात फाजिल्का उपायुक्त कार्यालय द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए पोशाक निर्धारण संबंधी आदेश को खारिज कर दिया है। शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय ने अपने कर्मचारियों को इस निर्देश का पालन न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी थी। सीएम सिंह ने यह कहते हुये इस आदेश को रद्द कर दिया कि सरकारी कार्यालय में ड्रेस कोड लागू करना अच्छा विकल्प नहीं है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कार्यालय का अनुशासन बनाए रखने के लिए कुछ और विकल्प खोजे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के पास अपने कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड नहीं है और इसलिए यह तर्कपूर्ण नहीं होगा कि किसी जिला कार्यालय के कर्मियों से यह आशा की जाए कि वे ड्रेस कोड का पालन करें। फाजिल्का के उपायुक्त मनप्रीत सिंह ने कार्यालय के समय में पुरूष कर्मियों के टी-शर्ट पहनने पर भी रोक लगा दी थी। मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को निर्देश दिया कि वे कर्मचारी यूनियन के अनुरोध को आगे कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को भेजें। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। उपायुक्त कार्यालय से शुक्रवार को जारी किये गये आदेश में कहा गया था, ‘‘ फाजिल्का के उपायुक्त के संज्ञान में आया है कि पुरूष कर्मचारी टी-शर्ट में कार्यालय आते हैं और महिला कर्मी बिना दुपट्टा के कार्यालय आती हैं।’’ कार्यालय द्वारा आदेश में कहा गया था, ‘‘ निर्देश दिया जा रहा है कि कोई भी पुरूष कर्मी टी-शर्ट पहनकर कार्यालय नही आएं और कोई भी महिला कर्मी बिना दुपट्टा के कार्यालय नहीं आएं।’’ यह नियम 28 जुलाई से लागू होना तय किया गया था। प्रियंका वाड्रा के आदेश पर सोनभद्र पीड़ितों को मुआवज़ा देने पहुंचे कांग्रेस नेता राजस्थान में कितनी है किसानों की आबादी ? गहलोत सरकार के पास नहीं कोई जवाब नहीं थम रहा आज़म के बयान पर बवाल, नकवी बोले- स्पीकर का फैसला मान्य होगा