वैसे तो किसी भी घर की पहचान उसके एड्रेस या उस घर पर लिखे नाम से की जाती हैं. इसके बिना आप किसी भी घर नहीं पहुँच सकते. अगर घर का पता ही नहीं होगा तो आप जायेंगे कहाँ. लेकिन एक गांव ऐसा है जहाँ के घरों कि पहचान उनके पानी की टंकियों से की जाती हैं. जी हाँ, आप सोच में पड़ गए होंगे लेकिन ये कैसे संभव है उसके बारे में बताने जा रहे हैं. ये पानी की टंकियां होती ही इतनी विशेष हैं जो कि आम टंकियों से बिल्कुल अलग होती हैं. तो आइये जानते हैं इसके विशेष टंकी के बारे में. दरअसल, पंजाब के जालंधर के पास एक गांव है उप्पला गांव जिसे टंकियों वाला गांव कहा जाता है यहां के हर घर की पहचान उसके घरों पर बनी पानी की अजब गजब और नमूने दार टंकियां से होती है. यहां के गांव में लोगों की भी पहचान उनके घरों पर बने पानी की टंकियों से होती है. यानि लोगों का घर याद रखना हो तो आपको पानी की टंकी का शेप याद रखना होगा. उप्पला गांव के मकानों की छतों पर आम वाटर टैंक नहीं है. बल्कि यहां पर हवाई जहाज, घोड़े, गुलाब, कार, बस आदि अनेक आकारों की टंकियां आपको दिखाई देगी. ऐसे में अगर किसी की छत पर आर्मी का टैंक दिख जाए तो समझिए उस घर से कोई न कोई सदस्य आर्मी में है. अगर आपको छत पर प्लेन दिखे तो समझिए उस घर के लोग एन आर आई हैं. ये टंकियां दिखाने के लिए नहीं बल्कि र में रहने वालों की प्यास भी बुझाती हैं. गांव की में खास तौर पर एन आर आई की कोठियों की छत पर इस तरह की टंकियां बनाई गई है. इसकी शुरुआत करीब 70 साल पहले हांगकांग जाने वाले तरसेम सिंह ने की थी. अपनी कोठी के ऊपर पानी जहाज के आकर की टंकियां बनवाया जिसे लोगों ने खूब पसंद किया और तभी से ये सिलसिला चला आ रहा है. महात्मा गांधी के ये 5 दमदार विचार आपने भी जीवन का कर देंगे उद्धार यहां जाने से आपके साथ हो जाएगी ऐसी घटना कि आप भी नहीं समझ पाएंगे इस झरने में नहाने से पूरी होती है कपल्स इच्छा