नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने स्वीकार किया है कि पूरे देश में कुल 1,142 बड़े और छोटे डिफॉल्टर्स ने उसे तक़रीबन 25,090.3 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. बैंक ने इसमें से 23,879.8 करोड़ रुपये की वसूली के लिए इन 1,142 में से 1,108 डिफॉल्टरों के विरुद्ध मुकदमा दाखिल किया है. दिलचस्प बात यह है कि ऋण नहीं चुकाने वालों की सूची भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के अतिरिक्त भी अन्य कई लोग हैं. मोदी और चोकसी की जोड़ी ने पीएनबी को वर्ष 2018 की शुरुआत में लगभग 14,000 करोड़ रुपये की चपत लगाई थी. इसके साथ ही सूची में शामिल एक और हाई-प्रोफाइल कर्जदाता फरार शराब कारोबारी विजय माल्या है, जिसके किंगफिशर एयरलाइंस के अकाउंट में 597.4 करोड़ रुपये का बकाया है. बाकी 34 डिफॉल्टरों के विरुद्ध कोई मुकदमा दाखिल नहीं किया गया है, जिन पर बैंक का कुल 1,210.5 करोड़ रुपये का ऋण बकाया है. नियम के अनुसार बैड लोन यानी फंसे हुए कर्ज की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को देना अनिवार्य है. 31 मार्च, 2019 तक के इन तमाम बैड लोन की स्थिति के संबंध में पीएनबी ने सूचित किया है. इनमें से कुछ कई वर्षों पुराने हैं और अभी भी उनसे वसूली की कार्रवाई जारी है. दालों के स्टॉक से 2 लाख टन अरहर की दाल ओपन मार्केट में बेचेगी सरकार आज डॉलर के मुकाबले 6 पैसे की मजबूती के साथ खुला रुपया कारोबारियों की सुस्त मांग के चलते सोने में नजर आई गिरावट