चंडीगढ़: राज्य के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भले ही गवर्मेंट हॉस्पिटलों में कोविड मरीजों को अच्छे स्वास्थ्य सेवाएं दिए जाने के बड़े-बड़े दावे करें, किन्तु उनके अपने ही शहर के स्थिति बुरी बनी हुई हैं. शुतराणा हलके के संक्रमित MLA निर्मल सिंह ने मुख्यमंत्री के इन दावों की पोल खोल दी है. MLA शुतराणा सरकारी राजिंदरा हॉस्पिटल में साफ-सफाई के अभाव की वजह से प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट हो गए हैं. वही 28 अगस्त को चंडीगढ़ में पटियाला के शुतराणा हलके के MLA निर्मल सिंह का COVID-19 जांच सकारात्मक आई थी. उसके पश्चात् से वह अपने घर में ही क्वारंटीन थे. दो दिन पूर्व उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई. तत्पश्चात, वह सरकारी राजिंदरा हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में शिफ्ट हो गए थे. इस मुद्दे पर पूछे जाने पर MLA ने कहा कि गवर्मेंट चाहे जो भी दावे करे, किन्तु राजिंदरा के कोविड वार्ड में स्वच्छता की व्यस्था बिल्कुल नहीं है. आगे उन्होंने कहा, शौचालय बहुत गंदे थे. चिकित्सक भी दिन में एक-दो बार ही देखने आते हैं. कोरोना मरीजों की निगरानी का जिम्मा निचले स्टाफ पर छोड़ रखा है. इन्हीं वजहों के चलते शनिवार शाम को वह एक प्राइवेट हॉस्पिटल में शिफ्ट हो गए, जहां उनके साड़ी जांच की गई. अब वह ठीक महसूस कर रहे हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि राजिंदरा हॉस्पिटल के बारे में वहां के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ही बताएंगे. वही विधायक के इस बयान से राज्य में जंग छिड़ गई है. सचिन पायलट का राजनीतिक करियर रहा है बहुत ही दिलचस्प, जाने कुछ अनसुने किस्से आज होगा हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू, हो सकता है भारी हंगामा दिल्ली में 48 हज़ार झुग्गियों पर चलेगा बुलडोज़र, भाजपा बोली- केजरीवाल ने गरीब जनता को ठगा