तेहरान: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान की मुलाकात की तैयारी हो रही है। यह महत्वपूर्ण बैठक तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में शुक्रवार को होगी, जहां पुतिन एक आधिकारिक दौरे पर जा रहे हैं। चर्चा है कि इस मुलाकात के दौरान मिडिल ईस्ट की मौजूदा स्थिति पर गहन विचार-विमर्श होगा, खासकर इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच जारी संघर्ष के संदर्भ में। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल पुतिन की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कोई बैठक की योजना नहीं है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय राजनीति के विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन और ईरान के बीच इस मुलाकात के पीछे बड़ी रणनीति हो सकती है, क्योंकि रूस खुद यूक्रेन में अमेरिका और यूरोपीय देशों से जूझ रहा है। ऐसे में पुतिन के ईरान के साथ खुलकर खड़े होने की संभावना है, क्योंकि दोनों देशों के हित इस क्षेत्र में मिलते हैं। इससे पहले, सितंबर में पुतिन ने मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच अपने प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन को ईरानी राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए तेहरान भेजा था। यह उस समय हुआ था जब इजरायल ने हिज्बुल्लाह के खिलाफ हमला किया था, जिसमें संगठन के प्रमुख हसन नसरल्लाह सहित कई बड़े नेता मारे गए थे। नसरल्लाह के अलावा, हिज्बुल्लाह के कमांडर फौद शुक्र, सदर्न फ्रंट के प्रमुख अली कराकी, और ऑपरेशनल लीडर इब्राहिम अकील भी मारे गए। नसरल्लाह के उत्तराधिकारी के रूप में देखे जाने वाले हाशिम सफीद्दीन की भी इस हमले में मौत हुई थी। अब सवाल उठता है कि क्या रूस और ईरान इजरायल के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाने की योजना बना रहे हैं? पुतिन के इस दौरे से संकेत मिलता है कि रूस ईरान के साथ अपने संबंधों को और मजबूत कर सकता है। इसके अलावा, अमेरिका के साथ रूस की पहले से जारी तनातनी और ईरान-अमेरिका के बीच दुश्मनी को देखते हुए, इस बैठक से मध्य पूर्व में संघर्ष और अधिक जटिल हो सकता है। ऐसे में, यह देखना होगा कि पुतिन और पेजेश्कियान की इस मुलाकात के बाद क्या नई रणनीति निकलती है। क्या रूस और ईरान मिलकर इजरायल के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रहे हैं, या यह केवल क्षेत्रीय शक्ति संतुलन की राजनीति है? जम्मू-कश्मीर में किंगमेकर बनेंगे इंजीनयर रशीद..! बताया भाजपा-कांग्रेस में से किसका देंगे साथ ? 'ये धर्मयुद्ध, अगर आंकड़े नहीं आए, तो जिम्मेदारी मेरी..', नतीजों से पहले बोले नायब सैनी 100 फाइटर जेट लेकर लेबनान पर बरसा इजराइल, हिजबुल्लाह ने दागे थे 135 रॉकेट