नई दिल्लीः भारत की स्टार महीला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने ओलिंपिक गोल्ड को लेकर बड़ा बयान दिया है। सिंधु ने अपने करियर में कई छोटे बड़े खिताब अपने नाम किए हैं। मगर अब भी वह ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीत नहीं चुकी हैं। विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीतने के बाद दो बार 2017 और 2018 में उन्होंने रजत पदक तक का फासला तय किया. मगर आखिरकार 2019 में इस भारतीय दिग्गज ने अपने लगातार तीसरे फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से मात देकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। पीवी सिंधु का अगला लक्ष्य अब अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का है. सिंधु ने 2016 के रियो ओलिंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था। पीवी सिंधु की इच्छा अब ओलिंपिक स्वर्ण पदक जीतने की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने मेडल्स की कैबिनेट में ओलिंपिक गोल्ड मेडल के लिए जगह खाली रखी हुई है. हालांकि सिंधु कई बार बड़े टूर्नामेंटों में गोल्ड के नजदीक जाकर ठिठक गईं हैं। इनमें रियो ओल‌िंपिक, 2017 और 2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप, 2017 दुबई सुपर सीरीज फाइनल्स, 2018 कॉमनवेल्‍थ गेम्स और जकार्ता एशियन गेम्स शामिल हैं। सिंधु ने कहा है कि लोग फाइनल में मेरे लगातार हारने के बारे में बात करते हैं, मैं कैसे फाइनल में खुद पर दबाव ले लेती हूं. मैं सिर्फ इतना ही कह सकती हूं कि मैंने अपने रैकेट से जवाब दे दिया है। पीवी सिंधु ने कहा कि ओलिंपिक में खेलना बिल्कुल अलग अहसास होता है. रियो ओलिंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप से बिल्कुल अलग तरह की यादें जुड़ी हैं लेकिन निश्चित रूप से एक गोल्ड मेडल अभी भी हासिल करना बाकी है. निश्चित रूप से मैं इसके लिए कड़ी मेहनत करूंगी. मैं टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना चाहती हूं. मेरी कैबिनेट में इसके लिए एक खाली जगह भी बनी हुई है। इस जापानी टेनिस सुपरस्टार ने फिर बदला अपना कोच वियतनाम ओपनः सौरभ वर्मा ने सेमीफाइनल में बनाई जगह इंटरनेशनल टी 20 मैच में लगे लगातार 7 गेंदों में 7 छक्के, लेकिन नहीं टूटा युवराज का वर्ल्ड रिकॉर्ड