नई दिल्ली : पीडब्ल्यूडी घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की तलाश को लेकर सोमवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल के साथ ही पवन कुमार और कमल कुमार के घर दबिश दी. गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी घोटाले में एंटी-करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पीडब्ल्यूडी घोटाले में तीन मामले दर्ज किये हैं.एसीबी चीफ एमके मीणा ने बताया कि राहुल शर्मा की शिकायत पर मामले दर्ज हुए हैं. इनमें से एक एफआईआर में केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन्स का भी नाम है.जिसमें पवन कुमार और कमल कुमार की भी भागीदारी है. बंसल का 7 मई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है.चौंकाने वाली बात यह है कि एफआईआर में सुरेंद्र बंसल का नाम नहीं है, लेकिन उनकी कंपनी के अलावा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और दो अन्य आरोपियों के नाम दर्ज हैं. आपको जानकारी दे दें कि पीडब्ल्यूडी ने 2014 से 2016 के बीच नार्थ-वेस्ट दिल्ली में 2 जगह सीवर और नाली बनाने के काम का ठेका दिया था. आरोप है कि ये ठेका अरविंद केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन को दियाऔर फिर ये काम आगे कुछ फर्जी कंपनियों को दे दिया गया.आरोप यह है कि नियमों को ताक पर रख कर इस काम के करीब 10 करोड़ रुपये के बिल पास कर दिए गए. ये बिल बोगस कंपनियों के नाम ही पास किये गए थे जो सोनीपत और रोहिणी के फर्जी पतों पर दर्ज थीं. रोड एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन नाम की एनजीओ के कार्यकर्ता राहुल शर्मा ने इस मामले को उजागर किया था. यह भी देखें केजरीवाल ने कपिल मिश्रा के नए आरोपों को किया ख़ारिज एक शब्द से मुश्किल में फंसे केजरीवाल, जेटली ने ठोंका मानहानि का दूसरा मुकदमा