नरेंद्र मोदी सरकार ने करदाताओं की तिमाही रिटर्न फाइलिंग और मासिक भुगतान (QRMP) की एक नई योजना शुरू की है। पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष में कुल 5 करोड़ रुपये तक के वार्षिक कारोबार वाले करदाता और 30 नवंबर तक अपना अक्टूबर GSTR-3B (बिक्री) रिटर्न दाखिल कर चुके हैं। इस योजना के अनुसार, पंजीकृत करदाता 1 जनवरी, 2021 से तिमाही रिटर्न दाखिल कर सकते हैं और मासिक कर जमा कर सकते हैं। 5 दिसंबर को QRMP योजना शुरू करने के साथ, 5 करोड़ रुपये तक के करदाताओं के पास अपना GSTR- फाइल करने का विकल्प होता है। 1 और GSTR-3B जनवरी-मार्च की अवधि की तिमाही में रिटर्न देता है। जीएसटी का भुगतान महीने के आधार पर महीने के आधार पर या तो मासिक देयता के स्व-मूल्यांकन या तिमाही के पिछले दायर जीएसटीआर -3 बी के शुद्ध नकद देयता के 35% से किया जा सकता है। त्रैमासिक जीएसटीआर -1 और जीएसटीआर -3 बी को एक एसएमएस के माध्यम से भी दायर किया जा सकता है। 'विवद से विश्वास' योजना पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के एक सेट को जारी करते हुए, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने यह भी कहा कि इस योजना का लाभ उस मामले में नहीं उठाया जा सकता है जहाँ कार्यवाही आयकर निपटान आयोग (ICS) के समक्ष लंबित है या जहां रिट है ICS के आदेश के खिलाफ दायर किया गया। दिल्ली में टैक्सी, ऑटो यूनियनें कल करेगी विरोध प्रदर्शन कृषि कानून: किसानों के भारत बंद से अलग हुआ ये किसान संघ, बताया ये बड़ा कारण कांग्रेस पर भाजपा का तीखा प्राहार, कहा- पार्ट टाइम राजनीति करता है गांधी परिवार