नई दिल्ली: हाल ही में BCCI ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली अंतर्राष्ट्रीय T20 श्रृंखला और इंग्लैंड के खिलाफ रिशेड्यूल हुए पांचवें टेस्ट के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 श्रृंखला के लिए संभावित टीम को लेकर बहुत उम्मीदें जताई जा रही थीं। हालांकि चयन समिति द्वारा टीम के ऐलान के फ़ौरन बाद, क्रिकेट प्रेमियों में निराशा की लहर दौड़ पड़ी, जब उन्होंने कुछ ऐसे नामों को शामिल होते नहीं देखा, जिसकी उन्हें पूरी उम्मीद थी। यहां तक कि हर्षा भोगले जैसे आलोचकों ने संजू सैमसन, राहुल त्रिपाठी, शिखर धवन जैसे अन्य स्टार खिलाड़ियों को टीम में न रखे जाने पर अपना गुस्सा और नाराजगी व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है। बीते कुछ सत्रों में, इन खिलाड़ियों ने अपने खेल के साथ बहुत निरंतरता दिखाई है। 2021 के बाद से त्रिपाठी ने IPL में 810 रन स्कोर किए हैं और पूरे टूर्नामेंट के साथ घरेलू क्रिकेट में भी स्थिर परफॉरमेंस दिखाया हैं। राहुल ने मौजूदा IPL सीजन में अब तक 158.24 के स्ट्राइक रेट से 413 रन स्कोर किए हैं। विशेष रूप से वह इस संस्करण में सनराइजर्स के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे हैं। जबकि सैमसन ने अपनी नॉकआउट बल्लेबाजी से इसी अवधि में 900 से ज्यादा रन बनाए हैं। समर्थकों का एक बड़ा हिस्सा यह मानता है कि वह अपने बेहतरीन सीजन के बाद, टीम इंडिया में शामिल होने के हकदार थे, और ये आंकड़े उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक के रूप में दर्शाते हैं। साथ ही हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि, सैमसन ने अद्भुत कप्तानी की है। उन्होंने एक के बाद एक धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान रॉयल्स को प्लेऑफ तक पहुंचा दिया है। हालांकि इसी तरह BCCI द्वारा ठुकराए गए एक अन्य खिलाड़ी शिखर धवन भी हैं। धवन ने IPL 2022 के 14 मैचों में 460 रन बनाए हैं, जबकि पिछले सीजन में 587 और उसके पहले वाले सीजन 618 रन बनाए थे। हालांकि वह अभी भी एकदिवसीय टीम का हिस्सा है, मगर उन्हें T20I टीम में शामिल नहीं किया गया है। वहीं आगामी श्रृंखला के लिए चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किए जाने के बाद भी, संजू सैमसन मंगलवार (24 मई) को राजस्थान के प्लेऑफ मैच में बेफिक्र नज़र आए। भारतीय विकेटकीपर-बैट्समैन सैमसन ने एक बार फिर प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में गुजरात टाइटंस (GT) के खिलाफ क्वालीफायर-1 में अच्छा खेल दिखाया। खास तौर पर, सैमसन ने सामने से अपनी टीम को लीड किया और मध्य क्रम के बल्लेबाजों को अपना स्वाभाविक खेल खेलने के लिए एक शानदार स्टेज प्रदान करते हुए, 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने शमी की गेंदों के खिलाफ दो चौके जड़े जबकि छठे ओवर में अल्जारी जोसेफ की गेंद पर दो छक्के जमाए और पावर प्ले के अंत में राजस्थान रॉयल्स के स्कोर को 55/1 तक पहुंचा दिया। इसमें कोई संदेह नहीं कि ये सभी खिलाड़ी मास्टर बैट्समैन हैं, और टीम इंडिया में इनका चयन न होना, भारत जिस प्रकार का आक्रामक क्रिकेट खेलना और देखना चाहता है, उसके प्रति एक बड़ा संदेह उत्पन्न करता है। इसके बाद भी यह स्पष्ट है कि फैंस और समर्थक इन खिलाड़ियों को सभी फॉर्मेट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते देखना चाहते हैं।' प्लेऑफ में ये गलती लखनऊ को पड़ सकती है भारी, सहवाग ने टीम को चेताया शाहीद अफरीदी को 'आतंकी' यासीन मलिक पर आया प्यार, अमित मिश्रा ने दिया ऐसा जवाब कि उतर गया सब खुमार आज मैच जिताने वाला 'शतक' लगाएंगे विराट कोहली ? शोएब अख्तर को है उम्मीद, कही ये बात