इंदौर/ब्यूरो। योगेश देशमुख, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल व्दारा सायबर फायनेंसियल फ्राड के रोकथाम पर प्रभावी कार्यवाही कर निराकरण के हाल ही मे निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशो के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इंदौर, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह के व्दारा बताया गया कि दिनांक 14/09/2022 को शिकायतकर्ता पीथमपुर स्थित निजी कंपनी के सहायक प्रबंधक, इंदौर निवासी व्दारा शिकायत की गई कि उनके मोबाईल नंबर पर बैंक खाते की केवायसी अपडेट करने हेतु टेक्स्ट मैसेज प्राप्त हुए, मैसेज को सही समझकर सहायक प्रबंधक व्दारा मैसेज की लिंक पर क्लिक किया गया, जिसपर भारतीय स्टेट बैंक से मिलता जूलता एक फर्जी पेज खुला जिसमें इंटरनेट बैंकिग की लाग इन आई.डी. व पासवर्ड दर्ज करना था इसके बाद अपना बैंक खाता नंबर व रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर दर्ज करने के पश्चात फ्राडस्टर व्दारा खाते का एक्सेस प्राप्त कर लिया। इसके कुछ देर बाद ही इन्हे भारतीय स्टेट बैंक खाते से 5,00,000/- रुपये खाते से डेबिट हो जाने संबंधी मैसेज आए। उक्त अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलते ही सहायक प्रबंधक ने राज्य सायबर जोन कार्यालय इंदौर में उपस्थित होकर अपने साथ हुए फायनेंसियल फ्राड की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत को गंभीरता से देखते त्वरित कार्यवाही कर प्राप्त बैंक स्टेटमेंट, मोबाईल पर प्राप्त मैसेज का अध्ययन कर अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी संकलित की गई। संकलित जानकारी के आधार पर फ्राडस्टर द्वारा फ्राड की राशि से आनलाईन डिजिटल गोल्ड की खरीदी विक्रेता कंपनी Digital Gold India privet limited से करना पाया गया। जाँच में प्राप्त जानकारी के आधार पर संबंधित बैंक को त्वरित पत्राचार व दुरभाष से संपर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण की गई, जिसके फलस्वरुप शिकायतकर्ता सहायक प्रबंधक को फ्राड की संपूर्ण राशि वापस कराने में सफलता प्राप्त हुई। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक रामसुमेर तिवारी, उप निरी मनीषा पाठोदे तथा प्रआर. विवेक मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही। पार हुई क्रूरता की हदें! छात्र को घसीट-घसीटकर शिक्षक ने मारे लात घूंसे, वीडियो वायरल होते ही मचा बवाल वजन घटाने के लिए सबसे बेस्ट है कद्दू के बीज, इस तरह करें सेवन अहमदाबाद रेलवे स्टेशन में दिखेगी सूर्य मंदिर की झलक, रेल मंत्रालय ने जारी किया Video