नई दिल्ली: राफेल विमान की कीमत को लेकर मोदी सरकार की मूक प्रतिक्रिया के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर न सिर्फ हमला बोला है, बल्कि घोटाले का आरोप भी लगाया है. कांग्रेस ने मंगलवार को एनडीए सरकार पर राफेल लड़ाकू विमान सौदा कर राष्ट्रीय हित एवं सुरक्षा के साथ सौदा करने का आरोप लगाया और कहा कि इसमें घोटाले की बू आ रही है क्योंकि सौदे के लिए बातचीत में कोई पारदर्शिता नहीं है. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर भी इस बात का जबरदस्त तरीके से विरोध किया है. उन्होंने ट्वीट किया "अति गोपनीय ( वितरण के लिए नहीं). आरएम ( रक्षा मंत्री) कहती हैं कि प्रत्येक राफेल विमान के लिए प्रधानमंत्री और उनके ‘भरोसेमंद’ मित्र के बीच हुई बातचीत एक राजकीय गोपनीयता है.’ राहुल ने कहा, ‘एक्शन प्वाइंट. मूल्य के बारे में संसद को सूचित करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा. जो भी पूछे, उसे राष्ट्र विरोधी घोषित कर दो" कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर "बड़ा राफेल रहस्य" का हैशटैग दिया है. वहीं कांग्रेस के दूसरे दिग्गज नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा है, कि सरकार प्रति विमान मूल्य का खुलासा क्यों नहीं कर रही है, इस कारण मोदी सरकार कि मंशा पर शंका हो रही है. आज़ाद ने कहा कि, राजग के शासन काल में यह प्रति विमान 1570.8 करोड़ रुपये में खरीदा गया जबकि संप्रग के समय में इस विमान के लिए 526.1 करोड़ रुपये पर सहमति बनी थी, तो फिर मोदी सरकार ने क्यों इसे कई गुना दामों पर खरीद लिया. आपको बता दें कि फ्रांस से ख़रीदे गए 36 राफेल विमानों की कीमत 59000 करोड़ के करीब बताई गई थी किन्तु मोदी सरकार इस सौदे का पूरा वित्तीय वर्णन देने से इंकार कर रही है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों सरकार विमानों का वास्तविक मूल्य बताने से इंकार कर रही है, क्या इसमें वाकई कोई सुरक्षा कारण है या फिर देशवासियों को दिया गया एक बहुत बड़ा धोखा. आज प्रधानमंत्री के धन्यवाद भाषण पर हंगामे के आसार आप के अयोग्य 20 विधायकों की सुनवाई आज आज प्रधानमंत्री के धन्यवाद भाषण पर हंगामे के आसार