इस्लामाबाद। यूं तो पाकिस्तान की सेना के प्रमुख के तौर पर राहिल शरीफ का कार्यकाल समाप्त हो गया लेकिन वे रूखसत होते -होते भारत के खिलाफ जहर उगलकर चले गए। दरअसल उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति के अवसर पर अपना पदभार एक समारोह में 57 वर्ष के जनरल कमर जावेद बाजवा को दिया। बाजवा ने सेना की कमान संभाली। यह आयोजन रावलपिंडी के जनरल हेडक्वाटर्स के सेना स्टेडियम में हुआ। सेवानिवृत्ति पर राहील शरीफ ने कहा कि कश्मीर में भारत जिस तरह से रवैया अपना रहा है उससे यह क्षेत्र परेशानी में हो सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिस तरह से संयम रखे है उसकी नीति को प्रभावी न समझना और उसे कमजोर समझना पाकिस्तान के लिए ठीक नहीं होगा। शरीफ ने चेताया कि कश्मीर मसले पर भारत जिस तरह से आक्रामकता दिखा रहा है वह भारतीय उपमहाद्वीप और कश्मीर क्षेत्र के लिए परेशानी की बात है। उन्होंने ग्वादर पोर्ट को लेकर चर्चा की उनका कहना था कि काॅर्गो का प्रस्तान होने से यह बात साफ हो गई कि यहां पर यात्राओं पर विराम नहीं लगाया जा सकता है। उनका कहना था कि कश्मीर मसले का समाधान दक्षिण एशिया की शांति के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और अंदरूनी स्तर पर भी शांति के प्रयास करने होंगे उनका कहना था कि आतंकवाद पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने चीन पाकिस्तान इकोनाॅमिक काॅरिडोर को एक महत्वपूर्ण पहलू बताया और कहा कि शांति के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।