मंगल ग्रह के साथ दूसरे ग्रहों का संबंध लोगों की जिंदगी में अहम भूमिका निभाता है. इसके अलावा जब ग्रहों का शुभ संयोग बनता है तो मंगल बड़ा पद, प्रतिष्ठा और अपार संपदा देता है परन्तु जब यही मंगल दूसरे ग्रहों के साथ अशुभ योग बनाता है तो जिंदगी में बेवजह तनाव और परेशानियां बढ़ने लगती हैं. ज्योतिष की मानें तो राहु और केतु के साथ मंगल का संबंध बड़ी घटनाओं का कारण बनता है. लाल ग्रह से राहु-केतु का संबंध कई बार जानलेवा भी हो सकता है. यदि आपकी कुंडली का मंगल राहु या केतु के साथ मिलकर कोई विचित्र योग बना रहा है तो आपको सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि आपके जीवन में बहुत जल्द कुछ बहुत बड़ा घटने वाला है. मंगल और राहु के संबंध का प्रभाव - इस संबंध को अंगारक योग कहते हैं जो आमतौर पर नकारात्मक ही होता है. - ये संबंध हवाई यात्रा, इलेक्ट्रॉनिक्स और रसोई से जुड़ी दुर्घटनाओं का योग बनाता है. - अगर कुंडली में ये योग हो तो मंगलवार को कालभैरव की उपासना करें. मंगल और केतु के संबंध का प्रभाव - इस संबंध को पराक्रम योग कहते हैं. - मंगल और केतु का संबंध व्यक्ति को बहुत पराक्रमी और साहसी बनाता है. - बड़े-बड़े योद्धाओं और शूरवीरों की कुंडली में यह योग पाया जाता है. - अगर इसमें शनि का साथ हो तो व्यक्ति शौर्य दिखाते हुए वीरगति को प्राप्त होता है. - कुंडली में ये योग हो तो तांबे में हनुमान चालीसा भरकर धारण करें. अगर बनना चाहते हैं अमीर तो बुधवार के दिन करें यह छोटा सा काम 5 मंगलवार करें यह काम होगी धन की वर्षा, रहेगी बजरंगबली की कृपा बुध प्रदोष व्रत से होती है मनोकामनाएं पूरी, भगवान शिव की रहती है असीम कृपा