श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में इन दिनों अतिक्रमण और अवैध कब्जे के खिलाफ बुलडोजर गरज रहा है, घाटी में अवैध अतिक्रण के खिलाफ ऐक्शन जारी है। बड़ी संख्या में जमीन से अवैध कब्जा हटवाया जा चुका है और कार्रवाई अभी भी चल रही है। इसको लेकर जहां स्थानीय लोगों में गुस्सा है, तो वहीं विपक्ष को एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया हैं। हालाँकि, ये कार्रवाई अतिक्रमण और अवैध कब्जे के खिलाफ की जा रही है, लेकिन विपक्ष इसे सरकार की तानाशाही के रूप में पेश कर रहा है। इसी क्रम में आज यानी रविवार (12 फ़रवरी) को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस जमीन को लोगों ने मेहतन से सींचा, उसे अब उनसे छीना जा रहा है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'जम्मू-कश्मीर को चाहिए रोज़गार, बेहतर व्यापार और प्यार, मगर उन्हें मिला क्या? भाजपा का बुलडोज़र! कई दशकों से जिस ज़मीन को वहां के लोगों ने मेहनत से सींचा, उसे उनसे छीना जा रहा है। अमन और कश्मीरियत की रक्षा जोड़ने से होगी, तोड़ने और लोगों को बांटने से नहीं।' बता दें कि, इससे पहले राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखते हुए कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। राहुल ने इस पत्र में कहा था कि प्रधानमंत्री जी पूरे भारत को प्रेम और एकता के सूत्र में पिरोने के लिए जारी भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू पड़ाव में कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मुलाकात की। सरकार के अधिकारी उन्हें कश्मीर घाटी वापस काम पर जाने के लिए विवश कर रहे हैं। इन हालातों में सुरक्षा और सलामती की पक्की गारंटी के बगैर उन्हें घाटी में काम पर जाने के लिए विवश करना एक निर्दयी कदम है। हालात के सुधरने और सामान्य होने तक सरकार इन कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से अन्य प्रशासकीय तथा जनसुविधा के कार्यों में सेवाएं ले सकती हैं। कश्मीर में लगे थे राहुल गांधी गो बैक के नारे:- बता दें कि, राहुल गांधी की यात्रा जब जम्मू कश्मीर में दाखिल हुई थी। उस समय स्थानीय लोगों ने इस यात्रा का पुरजोर विरोध किया था और राहुल गांधी गो बैक (Rahul Gandhi go back) के नारे भी लगाए थे। लोगों का कहना था कि, जब आतंकवादी कश्मीर में लोगों को मार रहे थे, तब काफी समय तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन उस समय कांग्रेस और राहुल गांधी ने कश्मीर के लोगों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया और अब वे यहाँ झूठी हमदर्दी दिखाने आए हैं। लोगों ने कहा था कि, यह यात्रा उस समय होनी चाहिए थी, जब यहां अनुच्छेद 370 लागू था, हुर्रियत के लोग आए दिन लोगों को डराने के लिए आजादी के नारे लगाते थे। उस वक़्त ये लोग हुर्रियत वालों को गले लगाते थे। अब 16 फ़रवरी को होगा MCD के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव, 3 बार नाकाम हो चुकी कोशिश 'PM मोदी ने ऐसा भाषण दिया जैसे वह पान की दुकान पर भाषण दे रहे हों', नाना पटोले ने दिया बड़ा बयान तीसरे दिन ही भारत जोड़ो यात्रा छोड़ने वाले थे राहुल गांधी, हो गई थी ये गंभीर समस्या