क्या 'झूठ' के सहारे ही राहुल की छवि चमकाएगी कांग्रेस, जनता को जोड़ने का सच्चा रास्ता नहीं ?

नई दिल्ली: कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' का प्रचार करने के लिए एक बार फिर कांग्रेस ने झूठ का सहारा लिया है। इस यात्रा की दो तस्वीरें वायरल की जा रहीं हैं, जिसमे हज़ारों की संख्या में लोग दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि यह राजस्थान के झालावाड़ के चंवली की है, जहां राहुल गांधी के स्वागत में विशाल जन्मसमुह उमड़ा और पूरा राजस्थान राहुल के साथ है।

 

कांग्रेस सचिव रामकिशन ओझा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए 4 तस्वीरें शेयर की, इसमें ये दोनों तस्वीरों भी शामिल हैं। कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'राजस्थान के झालावाड़ जिले के चंवली में हिंदुस्तान के भविष्य श्री राहुल गांधी जी के स्वागत में उमड़ा विशाल जनसमूह। नफरत मिटाकर प्रेम और भाईचारा युक्त एक बेहतर हिंदुस्तान बनाने की इस लड़ाई में पूरा राजस्थान श्री राहुलजी के साथ है।' इसकी सच्चाई जानने के लिए जब हमने राजस्थान में 'भारत जोड़ो यात्रा' से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स खंगाली, तो उसमे पता चला कि राजस्थान में यात्रा 5 दिसम्बर को झालावाड़ से आरंभ हुई थी। लेकिन, किसी भी मीडिया रिपोर्ट में राहुल गांधी के स्वागत में इतनी भारी भीड़ को दर्शाती हुई तस्वीर नहीं मिली। इसके साथ ही, कांग्रेस नेताओं द्वारा जमकर शेयर की जा रही इन दोनों तस्वीरों में कहीं भी 'भारत जोड़ो यात्रा' का झंडा, कांग्रेस का झंडा नहीं दिखा। आम तौर पर, 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुई भीड़ के हाथों में इस तरह के झंडे, पोस्टर-बैनर नज़र आते हैं।

 

फिर हमने इन तस्वीरों को गूगल सर्च किया, तो पाया कि वायरल तस्वीरें वास्तव में मथुरा के जय गुरुदेव आश्रम की हैं, जहां गुरु महाराज के भंडारे के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। पंकज जी महाराज नाम के ट्विटर हैंडल से 3 दिसंबर को गुरु महाराज के भंडारे की तस्वीरें अपलोड की गई हैं। जिसमे यही दोनों तस्वीरें नज़र आ रहीं हैं, जिन्हे कांग्रेस नेता 'भारत जोड़ो यात्रा' की बताकर शेयर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह भीड़ राहुल गांधी के स्वागत में आई हुई है। जबकि यह सरासर झूठ है, ये जनसमूह गुरु महाराज के भंडारे में उमड़ा है। 

पहले भी पकड़ा चुके हैं कांग्रेस के 'झूठ' :-

हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस नेताओं ने 'भारत जोड़ो यात्रा' का प्रचार करने और राहुल गांधी की छवि चमकाने के लिए 'झूठ' का सहारा लिया हो। इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने नाइजीरिया की भीड़ को भारत जोड़ो यात्रा में राहुल का स्वागत करने आई भीड़ बताकर शेयर कर दिया था। लेकिन, सोशल मीडिया यूज़र्स ने ही कांग्रेस के इस झूठ का पर्दाफाश कर दिया था। इससे पहले भी कांग्रेस के इस तरह के झूठ पकड़ा चुके हैं, जिसके सहारे पार्टी अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करती है, लेकिन फिर पोल खुल जाती है।

कुछ समय पहले दिल्ली कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ‘आज तक’ मीडिया चैनल के नाम से एक झूठा सर्वे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था, जिसके आधार पर दावा किया गया था कि देश में राहुल गाँधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अधिक लोकप्रिय हैं। पार्टी ने दावा कर दिया कि राहुल गाँधी की अप्रूवल रेटिंग 52 फीसद है, जबकि नरेंद्र मोदी 46 फीसद रेटिंग के साथ पीछे हैं। लेकिन, ‘आज तक’ ने खुद ही इस सर्वे को फर्जी बताते हुए फ़ौरन वापस लेने के लिए कहा था, जिसके बाद कांग्रेस ने बिना सफाई दिए या माफ़ी मांगे उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था। सोशल मीडिया पर लोग ये भी सवाल कर रहे हैं कि, आखिर कांग्रेस इस तरह के झूठे प्रोपेगंडा का इस्तेमाल क्यों करती है, क्या वो अपनी काम के दम पर जनता को अपने साथ नहीं जोड़ सकती ?

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