केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में अपना भाषण शुरू कर दिया है। राहुल गांधी ने जैसे ही बोलना शुरू किया, तो पूरी संसद में हंगामा शुरू हो गया। राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण से भूकंप लाने की बात की थी, लेकिन उनके भाषण से ऐसा लगा कि वह खुद ही अपने भूकंप में उड़ गए। राहुल गांधी ने अंग्रेजी में अपना भाषण शुरू किया, तो सांसदों ने उनसे कहा कि देश हित की बात है , हिंदी में बोलें। जैसे ही उन्होंने हिंदी में बोलना शुरू किया, वैसे ही उनकी बोली और भाषा देखकर ऐसा लगा कि राहुल खुद ही अपने भूकंप में लड़खड़ा गए हैं। राहुल ने अपने भाषण से यह सिद्ध कर दिया कि कांग्रेस ने उन्हें भावी पीएम के लिए क्यों चुना? पीएम तो वही होता है न जिसे कुछ भी न पता हो और राहुल इस पर पूरी तरह खरे उतरे। राहुल ने अपने भाषण के शुरुआती 15 से 20 मिनट में ही कई बार पता नहीं, किससे बात की, पीएम को कहां से मैसेज आया जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। राहुल के भाषण को सुनकर तो यही लगा कि अगर उन्हें कुछ पता होता, तो संसद में भूकंप नहीं बल्कि सुनामी आ जाती। राहुल गांधी देश के इतने बड़े हितेशी हैं कि वह कुछ भी नहीं जानते, इसलिए जिसको जो कुछ समझना है, समझ ले। राहुल गांधी ने अपने भाषण से यह सिद्ध कर दिया है कि पीएम केवल वही बन सकते हैं। एकदम अनजान, निष्पक्ष सीधे—साधे, एकदम पप्पू। तो अब क्या किया जाए, राहुल का भूकंप तो नहीं आया, हां संसद में हंगामा जरूर बरपा। ये भी पढ़ें राफेल पर राहुल: मैं पीएम मोदी पर आरोप लगा रहा हूँ और वो मुझसे आँख नहीं मिला रहे है लोकसभा में राहुल ने बोलना शुरू किया.. राहुल के भूकंप से पहले ट्विटर पर आई बाढ़...