नई दिल्ली : मानहानि के केस में फंसे कांग्रेस उपाध्यक्ष बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में अपने पूर्व बयान से पलट गये है। उन्होंने कोर्ट में यह कहा है कि मैंने यह कभी भी नहीं यह कहा है कि संघ के कुछ लोगों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी। गौरतलब है कि पूर्व में एक जनसभा को संबोधित करते हुये राहुल ने यह कहा था कि गांधी की हत्या संघ के कुछ लोगों ने की है। इसी मामले में उन पर मानहानि का केस चल रहा है, लेकिन बुधवार को उन्होंने अपने पूर्व बयान से पलटी मारते हुए साफ इनकार कर दिया। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में मानहानि केस के मामले में राहुल के वकील कपिल सिब्बल ने उस हलफनामे का भी हवाला दिया, जिसे उन्होंने पहले मुंबई हाईकोर्ट में पेश किया था। बताया गया है कि इस हलफनामे में यह उल्लेख है कि राहुल ने यह जरूर कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के लिये संघ के कुछ लोग जिम्मेदार है, न कि पूरे संघ को जिम्मेदार ठहराया। गौरतलब है कि पूर्व में भी मामले में सुनवाई करते हुये सुप्रीेम कोर्ट ने राहुल से यह कहा था कि वे किसी संगठन के बारे में ऐसा नहीं बोल सकते है। हालांकि कोर्ट ने यह भी कहा था कि संघ का नाम उछला जरूर, लेकिन सरकारी रिकार्ड में यह इसका उल्लेख नहीं मिलता है। इसके अलावा कोर्ट ने उन्हें यह भी कहा था कि राहुल अपने बयान के बारे में माफी मांगे या फिर मुकदमे को झेलने के लिये तैयार रहे। आपको बता दें कि संघ की ओर से उनके खिलाफ मानहानि का दावा ठोक रखा है। इधर बुधवार को ही सुप्रीम कोर्ट में संघ की ओर से पैरवी करने वाले वकील यूआर ललित ने अपने मुवक्किल से सलाह लेने का अनुरोध किया है। कोर्ट ने यह कहा है कि यदि राहुल ने पूरे संघ के शामिल होने की बात से इनकार किया है तो क्यों न मामला खत्म कर दिया जाये। हालांकि संघ के वकील द्वारा किये गये अनुरोध के बाद कोर्ट ने आगामी सुनवाई के लिये 1 सितंबर की तारीख तय की है। सुप्रीम कोर्ट की जयललिता को नसीहत, न दबाएं विरोधियों की आवाज कोर्ट ने किया आदेश में संशोधन करने से इनकार, बच्चे नहीं फोड़ सकेंगे दही हांडी