भारत के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नर्सों से बातचीत की. नर्सों को धन्यवाद देते हुए, गांधी ने कहा, 'हम आपसे यह नहीं कहता हैं कि जो आपको मिला वो पर्याप्त हैं, लेकिन आप हमें इस दौरान विशेष रूप से गर्व महसूस करा रहे हैं. हम आपकी सेवाओं के लिए धन्यवाद करते हैं. आप हमारे देश के प्रतिनिधि हैं और आप हमें गर्वित महसूस करा रहे हैं. आपके साथ बातचीत करना एक सम्मान की बात है. थर्मल पावर प्लांट में हुआ जोरदार धमाल, मौके पर 4 से अधिक लोगों ने गवाई जान इस विशेष बातचीत में चार नर्सों ने भाग लिया - न्यूजीलैंड से अनु, ऑस्ट्रेलिया से मेल- नर्स नरेंद्र सिंह, यूनाइटेड किंगडम से शैर्ली और एम्स, नई दिल्ली से मेल- नर्स विपिन कृष्णन. गांधी ने कहा, 'विभिन्न लोगों को सुनना महत्वपूर्ण है. सभी को सुना जाना चाहिए. भारत और विदेशों में जो काम आप कर रहे हैं, उस पर मुझे बहुत गर्व है. केवल आप ही नहीं बल्कि आपके जैसी लाखों नर्सें और डॉक्टर भी हैं, जो हमारे देश से हैं और भारत और विदेश में एक उत्कृष्ट नौकरी कर रहे हैं.' मनोहर लाल खेलते जा रहे राजनीतिक चाल, अपने चहेते को बनाना चाहते है प्रदेश अध्यक्ष इसके अलावा नर्सों ने कांग्रेस नेता के साथ अपने अनुभवों और चिंताओं को साझा किया. एक नर्स ने कहा, 'हमारे पास हर रोज मरीज आ रहे थे, शुरुआत में काफी डर था क्योंकि किसी को कुछ पता नहीं था. जब मैं एक मरीज को देख रही थी तो उसे कोई लक्षण नहीं था, उसके सिर्फ पेट में दर्द था. जब जांच की तो उसकी चेस्ट में कोविड था और वो लगातार गंभीर होता गया. हम सतर्क रहे. वही, एक दूसरी नर्स ने कहा कि महामारी के दौरान, निजी अस्पताल की नर्सों के वेतन में कटौती की जा रही है. उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान कटौती होने से कैसे काम किया जाए? इसके अलावा उन्होंने बड़ा दावा करते हुए यहां तक कहा कि डॉक्टर और नर्स सेना की तरह लड़ रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को जोखिम भत्ता दिया जाने की भी बात कही. छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ी संक्रमितों की संख्या, सामने आए 90 से अधिक केस बाबा रामदेव का बड़ा बयान, कहा- 'मेरे खिलाफ आतंकवादियों की तरह...' मध्य प्रदेश में आज से शुरू हुआ 'किल कोरोना अभियान', इस ऐप का भी हुआ शुभारंभ