पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी रद्द होने के फैसले को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील ने कानूनी प्रक्रिया बताई है। सुशील मोदी ने कहा कि जब राहुल को अदालत ने दोषी करार दिया तथा 2 वर्षों की सजा सुनाई उसके ही बाद ही स्पीकर ने उनकी सांसदी रद्द होने की अधिसूचना जारी की है। जो एक प्रक्रिया का भाग है। इस पर केंद्र सरकार पर तानाशाही का इल्जाम लगाना सरासर गलत है। सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी ने पिछड़ों का अपमान किया है। जिसकी उन्हें सजा प्राप्त हुई है। मोदी सरनेम वाले लाखों लोगों का अपमान हुआ है। ये लोकतंत्र का अपमान है। कांग्रेसी कह रहे हैं कि राहुल को सच बोलने की सजा मिली है। मगर ये भूल गए कि सच का गला घोंटने के लिए तो स्वयं कांग्रेस राजनीति कर रही है। राहुल गांधी की सांसदी रद्द होने के प्रश्न पर सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी से पहले लालू प्रसाद यादव, जयललिता सहित 200 से अधिक व्यक्तियों को किसी न किसी मामले में सजा होने पर संसद या विधान सभा की सदस्यता गंवानी पड़ी थी। यह कोई नया मामला नहीं है। न राहुल गांधी कानून से ऊपर है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सुशील मोदी ने कहा कि इन्हें देश में किसी पर भरोसा नहीं है। चुनाव हारने पर कांग्रेस EVM को कोसती है। प्रतिकूल निर्णय आने पर न्यायपालिका पर सवाल उठाती है। सरकार एवं मीडिया को तो कांग्रेस कोसती ही रही है। राहुल गांधी को सूरत की कोर्ट का निर्णय सहर्ष स्वीकार कर देश को न्यायपालिका एवं लोकतंत्र का सम्मान करना चाहिए। कुत्ते के पिल्ले को लड़के ने दी दर्दनाक मौत, वीडियो देखकर काँप उठेगी रूह 'मेरे भाषण से डर गए पीएम मोदी..', प्रेस वार्ता में बोले राहुल गांधी- मैं तपस्या करता रहूंगा मायावती ने कांग्रेस को दिलाई 'आपातकाल' की याद, राहुल की सदस्यता जाने पर कही ये बात