नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय यात्रा पर हैं। मंगलवार को इस के चलते उन्होंने गांदरबल जिले खीरभवानी मंदिर में माथा टेका। राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पश्चात् राहुल गांधी का ये पहला दौरा है। राहुल गांधी ने इस के चलते श्रीनगर में कहा कि जम्मू-कश्मीर से उनका पुराना रिश्ता है। वहीं उन्होंने केंद्र पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा, ”हमारा परिवार दिल्ली में रहता है, उससे पूर्व इलाहाबाद में तथा उससे पूर्व कश्मीर में। मैं भी कश्मीरियत में भरोसा करता हूं। इसका थोड़ा सा भाग मेरी रगों में भी है।” उन्होंने बोला, ”हमने प्यार एवं जुड़ाव से कश्मीर को अलग ढंग से सुलझाने का प्रयास किया मगर भारतीय जनता पार्टी ने सभी अच्छे कामों को तोड़ दिया है। हम जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर के व्यक्ति आहत हैं। मुझे प्यार और समझ का रिश्ता चाहिए। मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा तथा आपको प्रदेश का दर्जा दिलाने के लिए लड़ूंगा। मैं जम्मू एवं लद्दाख का भी दौरा कर रहा हूं। यह तो आरम्भ है। मुझे दो वर्ष पहले हवाईअड्डे पर रोका गया था तथा अब मैं बार-बार आऊंगा। उन्होंने संसद का मसला उठाते हुए बताया, हम पेगासस, बेरोजगारी, कश्मीर, भ्रष्टाचार के मसले को उठाना चाहते थे, मगर मंजूरी नहीं दी गई। इस के चलते राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद भी उपस्थित थे। उन्होंने 5 अगस्त के कदम के लिए केंद्र की आलोचना की। उन्होंने बताया, 16,500 व्यक्तियों को जेल में डाला गया, यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी नहीं बख्शा गया। गांधी ने पार्टी के सीनियर सहयोगी गुलाम नबी आजाद के साथ मंच शेयर किया जिन्होंने 5 अगस्त के फैसले के लिए केंद्र की आलोचना की। चिदंबरम का वार, कहा- Pegasus केस पर केवल पीएम मोदी दे सकते हैं जवाब, लेकिन वो चुप क्यों ? ईरान सरकार ने फ्रांस के साथ संबंधों को बढ़ावा देने की शुरू की प्रक्रिया राज्यसभा में भाजपा सांसदों की अनुपस्थिति पर नाराज हुए पीएम मोदी