नई दिल्ली: बृहस्पतिवार देर रात (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। वॉशिंगटन स्थित नेशनल प्रेस क्लब में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव जीतने की वजहों में से एक वजह बेरोजगारी और बढ़ता भाव हैं। हम ये नहीं कह सकते कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा कर रही है। इस के चलते उन्होंने कहा कि विपक्ष एकजुट हो रहा है तथा हम भाजपा को हराएंगे। राहुल ने कहा कि आपको किसी के दबाव में नहीं आने वाली स्वतंत्र संस्थाओं की आवश्यकता है। संस्थानों की स्वतंत्रता पर शिकंजा कसता जा रहा है। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता कमजोर हो रही है, जो किसी से छिपी नहीं है तथा यह बात सभी जानते हैं। मुझे लगता है कि लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता अहम है तथा आलोचना को सुनना चाहिए। यह केवल प्रेस की स्वतंत्रता नहीं है, यह हर तरफ हो रहा है। संस्थागत ढांचे पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। मुस्लिमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता का अधिकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा नफरत को बढ़ावा देती है तथा समाज को बांटती है। संस्थानों और मीडिया पर निश्चित तौर पर कब्जा है। मैंने देश भर का दौरा किया, लोगों में गुस्सा था। ये सच है कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है तथा यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। चीन द्वारा कब्जा किए गए हमारे क्षेत्र के पर मुझे नहीं पता कि प्रधानमंत्री अलग क्यों सोचते हैं। भारत के पास पहले से ही बहुत मजबूत व्यवस्था है। हालांकि, यह प्रणाली कमजोर हो गई है। किन्तु ऐसा नहीं है कि सिस्टम नहीं है। यदि लोकतांत्रिक बातचीत संभव हो जाए तो ये मसले अपने आप सुलझ जाएंगे। भाजपा सरकार में बढ़ती कीमतों और रिकॉर्ड बेरोजगारी की वजह से वेल्थ गैप पैदा हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी आर्थिक मोर्चे पर जो हासिल करने का दावा करते हैं, उस पर भरोसा करना मुश्किल है। वही दिल्ली में सर्विस मामले पर केंद्र के अध्यादेश पर केजरीवाल का समर्थन करने पर उन्होंने कहा कि आंतरिक चर्चा हो रही है। विपक्ष एकजुट है। हम भाजपा को हराएंगे। मुझे नहीं लगता कि प्रधानमंत्री मोदी 2024 जीतेंगे। यदि आप भी गणित करेंते तो आप समझ जाएंगे। भारत में लड़ाई चल रही है। एक विजन है, एक ध्रुवीकरण विजन है, जिसे भाजपा बढ़ावा दे रही है। एक और विजन है, जो समावेशी लोकतांत्रिक है और यह बहुत बड़ा है। आगे उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी अगले दो सालों में बहुत अच्छा करेगी। अगले तीन या चार प्रदेशों के चुनावों की प्रतीक्षा करें और देखें। जो होने वाला है, उसका एक बेहतर संकेतक है। अगले चुनावों में लोगों को सरप्राइज मिलेगा।" यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए क्या करेगी, उन्होंने कहा, "भारत में पहले से ही एक बहुत मजबूत प्रणाली है, (लेकिन) वह प्रणाली कमजोर हो गई है। संस्थानों को स्वतंत्र होना चाहिए, जिस पर कोई दबाव और नियंत्रण न हो। यह भारत में आदर्श रहा है। यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो ये काम फिर से किया जाएगा।" 'होना-जाना कुछ नहीं, बस लगे हुए हैं नितीश कुमार..', विपक्षी एकता की कोशिशों पर बोले उपेंद्र कुशवाहा राहुल गांधी का दावा- गुरुनानक थाईलैंड गए थे! सुखबीर सिंह बादल बोले- जिस विषय का ज्ञान न हो, उसपर मत बोलो रांची में मिलेंगे सीएम हेमंत सोरेन और केजरीवाल, दोनों की सरकारों के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामलों में चल रही कार्रवाई