नई दिल्ली। संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सबसे ज्यादा चर्चा में अगर कुछ रहा, तो वह था कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाना। राहुल गांधी और पीएम मोदी के भाषण और अविश्वास प्रस्ताव से ज्यादा चर्चा संसद में घटित इस घटना की रही। अब इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, पांच महीने से राहुल गांधी पीएम मोदी के गले लगने का इंतजार कर रहे थे। कांग्रेस ने 'Free Hug' कैम्पेन चलाकर शुरू किया नया ड्रामा कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फरवरी के महीने में पीएम मोदी ने जब राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव दिया, तो उस समय उन्हेांने राहुल गांधी के परिवार पर जमकर निशाना साधा था। अपने भाषण में पीएम मोदी ने जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी सहित पूरे गांधी नेहरू परिवार पर देश के खिलाफ जाने का आरोप लगाया था। उस समय राहुल ने मोदी को गले लगाने के बारे में तय कर लिया था। बुधवार को सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी को उस समय लगा कि पीएम मोदी बहुत नाराज हैं और उन्हें एक जादू की झप्पी की दरकार है, इसलिए उन्होंने संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर अपना भाषण समाप्त करते ही मोदी को गले लगा लिया। आखिर क्या है राहुल की जादू की झप्पी का राज! गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा था कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी को तांत्रिक के कहने पर गले लगाया था। बग्गा ने कहा था कि तांत्रिक ने राहुल गांधी को सलाह दी थी कि वह संसद में पीएम की कुर्सी को छू लें, इससे उनके पीएम बनने के योग मजबूत हो जाएंगे। बता दें कि संसद में राहुल गांधी की मोदी को झप्पी सुर्खियों में रही है। उनकी इस झप्पी को लेकर कांग्रेस और भाजपा में आरोप—प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कांग्रेस ने इसे राहुल गांधी की भलमनसाहत बताया, तो भाजपा ने इसे संसद के नियमों का उल्लंघन करार दिया है। खबरें और भी राहुल-मोदी के मिलन पर शिवसेना की चुटकी कहा- भाई तू तो छा गया... रामदेव और शिवसेना के बाद BJP भी हुई राहुल की मुरीद उजागर हुआ राहुल का राज संसद में क्यों मारी थी आंख किसे मिला अविश्वास प्रस्ताव का फायदा