ओखी तूफान: राहुल बोले-शरीर से नहीं, आत्मा से था मौजूद

तमिलनाडु. कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल में आए ‘ओखी’ तूफान के पीड़ितों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने इस प्रकार की त्रासदियों को बार बार होने से रोकने के लिए बेहतर चेतावनी प्रणाली की आवश्यकता पर बल दिया. इस मौके पर राहुल ने कहा कि,  मैं शारीरिक रूप से यहां नहीं था लेकिन अपनी आत्मा से मैं यहीं था. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को तूफान की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी, उनके प्रति मैं सम्मान व्यक्त करता हूं.

राहुल गुरुवार को तिरुवनंतपुरम के पुन्थुरा में ‘ओखी’ तूफान के पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे. चक्रवात में मारे गए मछुआरों के परिवारों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों को प्राकृतिक आपदा से सीख लेने की आवश्यकता है, जिसके कारण 95 मछुआरे लापता भी हो गए हैं. उन्होंने  प्रभावित परिवारों से बात करते हुए कहा, जब कोई त्रासदी होती है, तो हर किसी को उससे सीख लेनी चाहिए और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए.

राहुल ने कहा कि यह एक ऐसा समय है जब मछुआरों के लिए केंद्रीय स्तर पर अलग से एक मंत्रालय हो जिससे उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान हो. बता दें कि केरल के तट पर आए ओखी तूफान से मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है. वहीं,  केन्द्र ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि लापता मछुआरों की खोज का अभियान जारी रहेगा.

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