खेड़ा। किसान, मजदूर, महिलाऐं, छोटे कारोबारी जो कहना चाहते हैं उन्हें कोई सुनना नहीं चाहता है। 22 साल से ऐसा हो रहा है। आपको कोई सुनना नहीं चाहता है। यह बात कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कही। राहुल गांधी आज गुजरात के खेड़ा पहुंचे जहां उन्होंने, जनसभा को संबोधित किया। राहुल यहां तीन दिवसीय दौरे के अंतर्गत पहुंचे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार का विरोध करते हुए कहा कि, देशभर में एक नीति के तहत कर लिया जाना चाहिए। कर की दर 18 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई करनीति अचानक लागू की। बिना किसी से चर्चा के यह बदलाव हुआ। मध्यरात्रि में इस तरह का परिवर्तन हुआ। इस नीति से छोटे कारोबारियों का जमकर नुकसान हुआ। उनकी नहीं सुनी गई। कर लिए जाने के लिए, 5 अलग - अलग दरों का निर्धारण किया गया इससे अधिक नुकसान हुआ। इसके बाद बेरोजगारी बढ़ी। सबसे बड़ा नुकसान तो विमोद्रीकरण से हुआ है। किसान, मजदूर, दलित, पिछड़ों, आदिवासियों, छोटे कारोबारियों की कोई सुन नहीं रहा है। देश के सामने सबसे बड़ी परेशानी रोजगार की है। प्रति 24 घंटे में भारत में युवा रोजगार की तलाश में निकलते हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि गुजरात के मजदूरों, किसानों, पिछड़े लोगों को कुछ नहीं मिला। केंद्र सरकार के कार्यकाल में हालात ये हो गए हैं कि, झूठ सुन-सुनकर विकास पागल हो गया है। यदि वे अपने बच्चों को शिक्षा दिलवाना चाहता है तो, उसके लिए उसे रूपयों की जरूरत है। बीमार व्यक्ति को निजी चिकित्सालय में जाने पर बेहतर उपचार मिल जाता है। यदि, आपके पास पैसा है तो आपको स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सुविधाऐं मिलेंगी। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात माडल है। जबकि कांग्रेस ने राजस्थान में लोगों को निशुल्क दवाओं का वितरण करवाया था। कांग्रेस ने तय किया कि, छोटे से छोटा काम भी लोगों से पूछकर किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात माडल फेल है। इस बार गुजरात में बदलाव होगा। कांग्रेस यहां बदलाव लेकर आएगी और, यह बात नरेंद्र मोदी जानते हैं। कांग्रेस अपनी नीति के साथ गुजरात का ऐसा माडल लाएगी जो गरीबों, छोटे व्यापारियों और किसानों का होगा। इसके साथ देश को बताया जाएगा कि जो माडल हम लाए हैं वह कैसा है। चुनाव में टिकट को लेकर महिलाओं को मिलेगा महत्व RJD विधायक को मिली जान से मारने की धमकी कांग्रेस सरकार बनी तो वीरभद्र होंगे मुख्यमंत्री : राहुल गांधी