नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे हैं। इस प्रेस वार्ता में वह कोरोना संकट और संबंधित मुद्दों पर बात कर रहे हैं। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन को आगे बढाने का निर्णय लिया है। इस लॉकडाउन की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ लगातार हमला कर रही है। राहुल गांधी ने कहा कि देश भर में लॉकडाउन को एक रणनीति के अनुसार खोलना होगा। राहुल ने कहा कि दो बुनियादी क्षेत्र बनाए जाने चाहिए। हॉटस्पॉट ज़ोन, नॉन-हॉटस्पॉट ज़ोन और आक्रामक रूप से टेस्टिंग का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि देश में तेजी से कोरोना जांच की जाने की जरूरत है। आक्रामक रूप से कोरोना वायरस का टेस्ट करें, इसे लड़ने के लिए राज्यों की मदद करें। राहुल गांधी ने कहा है कि भारत की कोरोना जांच की दर अभी 199 प्रति लाख है जो काफी कम है, परीक्षण को तेज करने की जरूरत है। राहुल गांधी ने आगे कहा है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार को संसाधनों का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाना चाहिए, उन्हें राज्यों को सौंपना चाहिए। राहुल गांधी ने कोरोना वायरस टेस्टिंग को तेजी से बढ़ाने और रणनीतिक रूप से इसका उपयोग करने का प्रस्ताव दिया है। देशव्यापी लॉकडाउन के बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बोली यह बात पीएम मोदी पर कपिल सिब्बल का वार, कहा- लोगों को भाषण नहीं, राशन चाहिए ... उत्तरप्रदेश विधान भवन में लौटी रौनक, काम पर पहुंचे यह मंत्री