नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बजट सत्र के पहले दिन संसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने धरना प्रदर्शन किया. इससे पहले कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर कांग्रेस सहित कुल 19 विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया. कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने कृषि कानूनों की वापसी को लेकर संसद परिसर के अंदर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी सांसदों की अगुवाई की. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार उनका अनादर करना नहीं है. हम किसानों के साथ खड़े हैं और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का यह सबसे बड़ा कारण है. हम अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में भाग लेंगे। कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े विपक्ष में आज एकजुटता नज़र आई. कुल 19 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया. कांग्रेस और 15 विपक्षी दलों ने एक साथ अपना विरोध दर्ज कराया. जबकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और आम आदमी पार्टी (आप) ने भी अलग-अलग राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया. बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बॉयकॉट किया. विपक्ष पर जमकर बरसे रविशंकर प्रसाद, कहा- राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार दुर्भाग्यपूर्ण ममता बनर्जी को एक और झटका, राजीव बनर्जी ने विधायक पद से दिया इस्तीफा राष्ट्रपति के भाषण में राम मंदिर, धारा 370 का जिक्र, तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठी संसद