नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को आंकड़ों के जाल में उलझते दिखाई दिए. राहुल गाँधी ने लोकसभा में बैंक संकट का मामला उठाया और सरकार को निशाने पर लेते हुए 50 डिफॉल्टर के नामों की जानकारी मांगी. एक तरफ जहां उन्होंने लोकसभा में 50 डिफॉल्टर की जानकारी मांगी तो वहीं संसद के बाहर प्रेस वालों से बात करते हुए उन्होंने 500 डिफॉल्टर्स का नाम पूछा. संसद भवन से बाहर प्रेस वालों से बात करते हुए वायनाड लोकसभा सीट से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने सवाल किया था कि सबसे बड़े 500 डिफॉल्टर्स कौन हैं. स्पीकर की ड्यूटी है कि मेरे अधिकारों की रक्षा करें, किन्तु उन्होंने मुझे दूसरा सवाल पूछने नहीं दिया. यह मेरे अधिकारों का हनन है. यह गलत है. राहुल गांधी ने आगे कहा कि सरकार इन 500 लोगों का नाम बताने में क्यों डर रही है ? राहुल गाँधी ने आगे कहा कि हमें पता है कि देश की इकॉनमी आगे नहीं बढ़ रही है. 500 लोगों ने देश की संपत्ति की चोरी की है. पीएम मोदी ने कहा था कि वे इन लोगों के खिलाफ एक्शन लेंगे. लेकिन आज वे इन लोगों का नाम क्यों नहीं दे रहे हैं. मैं बार-बार कह रहा हूं कि बैंकों की हालत और कोरोना वायरस की वजह से नतीजे बेहद खराब आएंगे. WHO का बड़ा एलान, कहा- 'जांच में तेजी ही कोविड-19 को रोकने का सबसे अच्छा तरीका' कमलनाथ सरकार पर छाया संकट, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने CJI रंजन गोगोई को राज्यसभा में किया Nominated, बताई ख़ास बातें