सुबह विदेश में राहुल गांधी की 'सीक्रेट' मीटिंग, शाम को PM मोदी की सुरक्षा में चूक.. क्या है कनेक्शन ?

नई दिल्ली: एक ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी 'निजी यात्रा' पर विदेश विदेश गए हुए हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी की सरकार पंजाब में आलोचना झेल रही है। बठिंडा के पियारेणा स्थिर फ्लाईओवर पर जिस प्रकार पीएम मोदी के काफिले को 20 मिनट तक रोका रखा गया और उन्हें फिरोजपुर रैली निरस्त कर के वापस लौटना पड़ा, उस पर बार-बार सीएम चरणजीत सिंह का बयान बदलना और डिप्टी सीएम का उनसे उलट बयान देना कांग्रेस के खिलाफ जनता के आक्रोश की नया वजह बनी है। बुधवार (5 जनवरी, 2021) की सुबह पंजाब में कांग्रेस  प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने बयान दिया कि राहुल गाँधी ‘गुप्त बैठक’ के लिए विदेश दौरे पर हैं। 

 

राहुल गांधी के बारे में सिद्धू ने बताया कि लोगों को पता नहीं होता कि वो छुट्टियाँ मनाने विदेश गए हैं या फिर किसी गुप्त बैठकों में शामिल होने। सिद्धू ने कहा था कि जब कोई और विदेश छुट्टियाँ मनाने जाता है, तो कोई सवाल नहीं किए जाते। राहुल गाँधी अपनी व्यक्तिगत राय रखने या कांग्रेस नेताओं के साथ गुप्त मीटिंग के लिए भी विदेश में हो सकते हैं। इसके बाद भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सिद्धू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किया था कि क्या राहुल गाँधी चीन के हैंडलरों से मिलने के लिए विदेश दौरे पर हैं? उन्होंने कांग्रेस से राहुल गाँधी के विदेश दौरे की वजहों का खुलासा करने के लिए कहा। बता दें कि दीवाली 2021 के अवसर पर जहाँ राहुल गाँधी लंदन चले गए थे, अंग्रेजी न्यू ईयर 2022 पर वो इटली पहुंच गए। 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद 2015 में राहुल गाँधी 55 दिनों के लिए विदेश दौरे पर निकल लिए थे, जो उस वक़्त बड़ा मुद्दा बना था।

दूरदर्शन न्यूज़ के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने राहुल गाँधी की विदेश यात्रा और पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक को जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि, 'सुबह सिद्धू का बयान आया था कि राहुल गाँधी सीक्रेट मीटिंग के लिए गए हैं। शाम तक पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक की खबर आ गई।' साथ ही उन्होंने ‘PM Security Breach’ हैशटैग भी इस्तेमाल किया। ये भी पता चला है कि पीएम मोदी की यात्रा का रूट पहले ही लीक हो चुका था और स्पीकर पर आवाज़ लगा कर भीड़ इकठ्ठा की गई थी। कई किसान संगठन इसमें शामिल थे। रैली में जा रहे भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी जबरदस्ती रोका जा रहा था। 

एक अन्य वीडियो में भीड़ हटाने की जगह पंजाब पुलिस खुद ही प्रदर्शनकारियों के साथ ही चाय की चुस्कियां लेती नज़र आ रही है। ट्रॉली लगा कर फ्लाईओवर पर चक्का जाम किया गया था। पीएम मोदी की कार से 8-10 किमी दूर बैठे प्रदर्शनकारी उनके कार तक भी पहुँच चुके थे। हालात बिगड़ने की आशंका के कारण पीएम मोदी के सुरक्षा अधिकारियों ने वापस लौटने का निर्णय लिया। भाजपा नेताओं का कहना है कि 10 मिनट पहले तक वहाँ कोई जाम नहीं था, मगर प्रधानमंत्री के पहुँचते ही जानबूझ कर सड़क जाम करवाई गई।

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