नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि बीते कुछ वर्षों में नफरत को इस कदर सामान्य कर दिया गया है कि अब क्रिकेट भी इसकी गिरफ्त में आ गया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ''बीते कुछ सालों में नफरत को इस कदर सामान्य कर दिया गया है कि हमारा प्रिय खेल क्रिकेट भी इसकी चपेट में आ गया है. भारत हम सभी का है. उन्हें हमारी एकता भंग मत करने दीजिए.'' राहुल गांधी ने ये टिप्प्णी उस समय की है जब दिग्गज घरेलू क्रिकेटर वसीम जाफर पर उत्तराखंड टीम का कोच रहते हुए धार्मिक आधार पर चयन को प्राथमिकता देने का इल्जाम लगा है. जाफर ने चयन में दखल और चयनकर्ताओं और उत्तराखंड क्रिकेट संघ के सचिव के पक्षपातपूर्ण रवैये को लेकर मंगलवार को त्यागपत्र दे दिया था. आरोप लगने के बाद जाफर ने आनलाइन प्रेस वार्ता में बुधवार को कहा था कि, ''जो सांप्रदायिक पहलू लाया गया है, वह काफी दुखद है.'' हालांकि, जाफर को उनके इस कदम को लेकर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का समर्थन मिला है. अनिल कुंबले अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की क्रिकेट समिति के चीफ भी हैं. कुंबले के अलावा पूर्व भारतीय खिलाड़ियों इरफान पठान और मनोज तिवारी, मुंबई के पूर्व खिलाड़ी शिशिर हट्टनगढ़ी ने भी जाफर का समर्थन किया है. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में जाफर का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका संदर्भ हाल ही में जाफर के साथ हुई घटना को लेकर ही था. ईरान में 1.5 मिलियन के पार हुआ कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अफगानिस्तान: कुनार में पांच अफगान पुलिस कर्मियों की मौत रूस में नहीं थमी कोरोना की रफ़्तार, सामने आए 14,861 संक्रमित मामले