अहमदाबाद: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 22 नवंबर को गुजरात में पार्टी का चुनाव प्रचार करने पहुंचने वाले हैं। इस दौरान राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा को रोक देंगे। बता दें कि, गुजरात विधानसभा चुनाव में दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को मतदान होने हैं और वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में विधान सभा चुनाव प्रचार नहीं करने की वजह से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, जहां 12 नवंबर को मतदान हुआ था। अब हिमाचल में चुनाव खत्म होने के साथ ही कांग्रेस गुजरात पर ध्यान केंद्रित कर रही है। अगले कुछ हफ्तों में, कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं द्वारा चुनावी राज्य में कई प्रचार रैलियां निर्धारित की गई हैं। इसके तहत कांग्रेस आगामी 15 दिनों में कुल 25 मेगा रैली करेगी, जो 125 विधानसभा सीटों को कवर करेगा। कांग्रेस की ये रैलियां आक्रामक चुनावी रणनीति के तहत होंगी, जिसमें पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, दोनों सीएम - अशोक गहलोत और भूपेश बघेल; पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्रियों और OBC-SC-ST-अल्पसंख्यक तबके के बड़े नेता भी आगामी दिनों में गुजरात में चुनावी रैलियां और चुनाव प्रचार करते नज़र आएंगे। पहले भी भारत जोड़ो यात्रा रोक चुके हैं राहुल गांधी :- बता दें कि अभी तक केवल दो बार राहुल गांधी ने ये यात्रा रोकी है। एक बार जब 23 सितम्बर को प्रतिबंधित, कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) ने केरल बंद बुलाया था, उस समय राहुल भी अपनी यात्रा के साथ केरल में ही थे। राहुल भी 23 सितम्बर को अपनी यात्रा को विराम देकर दिल्ली आ गए थे। इसके बाद जब मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, तब भी राहुल 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक अपनी यात्रा को रोककर दिल्ली आ गए थे। बता दें कि, इससे पहले जब भारत जोड़ो यात्रा का जो रूट सामने आया था, उसमे भी चुनावी राज्य गुजरात का कहीं जिक्र नहीं था, ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा चलने लगी थी कि, कांग्रेस ने गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) को फ्री हैंड दे दिया है और पार्टी के बड़े नेता गुजरात में प्रचार नहीं कर रहे। 8 सालों में 16 बार धमाकों से दहला ये इस्लामी मुल्क, मारे गए 400 लोग, 1000 से अधिक जख्मी मेडीविजन का दो-दिवसीय छठवाँ राष्ट्रीय सम्मेलन सम्पन्न कदम से कदम मिलाकर चली सेविकाएं, कई स्थानों पर हुआ संचलन का स्वागत