नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर में कांग्रेस समेत विपक्ष का पूरी तरह से सूपड़ा साफ़ हो गया है। भाजपा 303 सीटों के साथ एक बार फिर सत्ता में वापस आई है। जबकि राहुल गांधी की अध्यक्ष्ता में उतरी कांग्रेस को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है। कांग्रेस महज 52 सीटों पर सिमट गई है। लोकसभा की हार को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। हालांकि राहुल गाँधी के इस्तीफे पर कांग्रेस की कार्यसमिति अंतिम फैसला करेगी, लेकिन अधिकतर संभावना है कि ये पेशकश केवल औपचारिकता तक ही सीमित रह जाएगी। इसके बाद भी अगर राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर इसी तरह से अड़े रहे औैर उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया, तो सवाल यह उठता है कि फिर पार्टी की बागडोर किसके हाथों में सौंपी जाएगी? कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के सामने पार्टी अध्यक्ष से इस्तीफा देने की पेशकश की है। इसके बाद सोनिया गांधी और पार्टी के दिग्गज नेताओं ने समझाया कि ये सारी बातें पार्टी फोरम में रखनी चाहिए, जिसके बाद राहुल गांधी रुके। हालांकि राहुल गांधी गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान ही इस्तीफा देना चाहते थे। हालाँकि अब बड़ा सवाल ये है कि अगर राहुल गाँधी इस्तीफा देते हैं तो पार्टी का अगला प्रमुख कौन होगा। दीदी के गढ़ में भाजपा के दिलीप घोष ने खिलाया कमल, पार्टी को बंगाल में 18 सीटें चंद्रबाबू नायडू पर शिवराज सिंह का तंज, छब्बेजी बनने निकले थे, दुबे जी बनकर लौटे सारण लोकसभा सीट: भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने खिलाया कमल, राजद के चन्द्रिका राय हारे