नई दिल्ली: अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस पार्टी जनवरी में अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करेगी. इससे पहले ही कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी फिर एक बार मुख्या भूमिका में आ चुके हैं. सोमवार को राहुल गांधी वर्ष 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर विचार-विमर्श करेंगे और तमिलनाडु के नेताओं के साथ मंथन करेंगे. इसके अलावा राहुल गांधी असम के नेताओं से भी चर्चा करेंगे. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान से ही राहुल गांधी सक्रीय हैं और लगातार बैठकें कर रहे हैं. हालांकि, अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से ही राहुल के पास संगठन में कोई आधिकारिक पद नहीं है. सोमवार सुबह असम के नेताओं और शाम को तमिलनाडु के नेताओं के साथ वर्चुअली बैठक होगी. अब राहुल ने भविष्य की तैयारी आरंभ कर दी है और तमिलनाडु-असम के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे. आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर बात होगी. उल्लेखनीय है कि हाल ही में असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता तरुण गोगोई का देहांत हुआ है, ऐसे में सूबे में भी पार्टी के समक्ष नेतृत्व और भविष्य को लेकर चुनौतियां हैं. आपको बता दें कि इन बैठकों के कई मायने हैं, बिहार चुनाव में शर्मनाक शिकस्त के बाद पार्टी के अंदर और सहयोगी दलों ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे, जिसका असर उन राज्यों में दिखने लगा था जहां आने वाले समय में चुनाव होना है. वैश्विक कोरोना वायरस मामलों में हुई बढ़ोतरी न्यूजीलैंड के शोधकर्ताओं ने ज्वालामुखी से होने वाली मौतों के लिए कही ये बात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन का पैर हुआ फ्रैक्चर