मुस्लिम न बनने पर हुई थी गुरु पुत्रों की हत्या, उसी जगह स्थित श्री फतेहगढ़ साहिब पहुंचे राहुल गांधी

अमृतसर: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में प्रवेश कर चुकी है। पंजाब की धरती पर यात्रा शुरू करने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका। इससे पहले मंगलवार (10 जनवरी) को राहुल गांधी अमृतसर के स्वर्ण मंदिर गए थे। बता दें कि, गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब सिख इतिहास में बहुत महत्व रखता है। यह हमारे दसवें गुरु गोबिंद सिंह के 2 सबसे छोटे साहिबजादों की वीरता की याद दिलाता है।

श्री गुरु गोबिंद सिंह के दो सबसे छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह और फतेह सिंह को सरहिंद के मुगल फौजदार वजीर खान के आदेश पर जीवित दीवार में चुनवा दिया गया था, क्योंकि निर्भीक साहिबजादों ने अपने धर्म को त्यागने और मुस्लिम बनने से इनकार कर दिया था। उस समय जोरावर सिंह की आयु महज नौ वर्ष और फतेह सिंह की सिर्फ सात वर्ष थी। जब दोनों साहिबजादों को चारदीवारी में जिंदा चुनवाया गया था, उस समय उनकी दादी माता गुजरी का सदमे से निधन हो गया था।

मुगलों ने दोनों साहिबजादों की हत्या से पहले, उनके भाइयों और उनकी दादी को दिसंबर के सर्द महीने में फौजदार के किले में ठंडा बुर्ज में बंदी बनाकर रखा गया था। कई दिनों तक उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं कि यदि उन्होंने इस्लाम कबूल नहीं किया तो उन्हें मार दिया जाएगा, मगर श्री गुरु गोबिंद सिंह के परिवार ने अपना धर्म नहीं छोड़ा। आज उसी स्थान पर गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब खड़ा है, जहां 12 दिसंबर, 1705 को दोनों बड़े साहिबजादों को फांसी दी गई थी। प्रति वर्ष श्री फतेहगढ़ साहिब में साहिबजादों और माता गुजरी की याद में 25-28 दिसंबर तक एक धार्मिक मेला 'जोर मेला' का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं।

भाजपा ने बिगाड़ा देश का माहौल- राहुल गांधी

वहीं, पंजाब में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, BJP एक जात को दूसरी जात से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाने का प्रयास कर रहे हैं और देश का माहौल बिगाड़ दिया है। हमने सोचा देश को मोहब्बत, एकता, भाईचारे का रास्ता दिखाना चाहिए। इसलिए हमने यह यात्रा आरंभ की।'  हालाँकि, इस दौरान राहुल गांधी ने गुरुओं और उनके परिवार के साथ मुगलों द्वारा की गई क्रूरता पर कोई टिपण्णी नहीं की।

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