बेंगलोर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के पश्चात् कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्रक की सवारी करते दिखाई दिए। राहुल गांधी दिल्ली से शिमला के लिए रवाना हुए थे। मार्ग में उन्होंने अंबाला से चंडीगढ़ तक ट्रक में यात्रा की। कांग्रेस के विभिन्न कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने राहुल का ट्रक में यात्रा करते हुए वीडियो साझा किया। कहा जा रहा है कि वीडियो सोमवार रात का है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अनुसार, राहुल ने अंबाला में ट्रक ड्राइवरों से मुलाकात की। इस के चलते उन्होंने ड्राइवरों के मुद्दों और उनकी परेशानियों को भी समझने का प्रयास किया। राहुल का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने राहुल का वीडियो साझा किया है। उन्होंने लिखा, यूनिवर्सिटी के छात्रों से, खिलाड़ियों से, सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे युवाओं से, किसानों से, डिलीवरी पार्टनरों से, बस में आम नागरिकों से एवं अब आधी रात को ट्रक के ड्राइवर से आखिर क्यों मुलाकात कर रहे हैं राहुल गांधी? क्योंकि वो इस देश लोगों की बात सुनना चाहते हैं, उनकी चुनौतियों एवं दिक्कतों को समझना चाहते हैं। उनको ऐसा करते देख एक भरोसा सा झलकता है, कोई तो है जो लोगों के साथ खड़ा है, कोई तो है जो उनके बेहतर कल के लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार है। कोई तो है जो नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा है। और आहिस्ता-आहिस्ता यह एहसास हो रहा है कि यह देश लौट जाना चाहता है मोहब्बत और अमन के रास्ते पर, आहिस्ता से यह देश आखिर चल ही पड़ा है राहुल गांधी के साथ । वही इससे पहले राहुल गांधी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला था। राहुल ने ट्वीट कर कहा था, नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम को नहीं करना चाहिए। नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए। दरअसल, नए संसद भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी, वीर सावरकर की जयंती पर 28 मई को देश की नई संसद का उद्घाटन करने वाले हैं। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने प्रधानमंत्री मोदी के 28 मई को संसद भवन का उद्घाटन करने की खबर दी थी। एक साल से तिहाड़ जेल में कैद सत्येंद्र जैन को कौन सी बीमारी हो गई ? आज सफदरजंग अस्पताल में हुई जांच 1984 सिख नरसंहार: कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के बाद क्या कमलनाथ के खिलाफ भी दाखिल होगी चार्जशीट ? यूपी निकाय चुनाव में कांग्रेस का बुरा हाल, किस पर गिरेगी हाई कमान की गाज ?