संभल: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का उत्तर प्रदेश के संभल जिले का दौरा राजनीतिक माहौल में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम बन गया है। राहुल गांधी के इस दौरे से पहले ही दिल्ली-यूपी बॉर्डर सुरक्षा के कड़े इंतजामों के कारण एक छावनी में बदल गया है। यूपी गेट पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा का कड़ा प्रबंध किया है, जिससे यातायात में भारी रुकावट आ गई है तथा जाम की स्थिति बन गई है। सड़क पर बैरिकेडिंग के कारण जाम की लंबी कतारें लग गई हैं। यूपी गेट पर दोनों तरफ जाम की स्थिति बनी हुई है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। राहुल गांधी को संभल जाने से रोकने के विरोध में यूपी गेट पर कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं का हंगामा जारी है। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक राजनीतिक दौरे के चलते रोकने का प्रयास किया जा रहा है, जिसका पार्टी विरोध करती है। राहुल गांधी के बॉर्डर पर पहुंचने से पहले एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के अफसरों ने दिल्ली पुलिस के डीसीपी निमिष पाटील एवं एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह से चर्चा की। यह बैठक राहुल गांधी की सुरक्षा और उनके यात्रा मार्ग के बारे में सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। राहुल गांधी का काफिला जैसे ही बॉर्डर पर पहुंचा, उसे पुलिस ने रोक दिया। बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात है तथा बैरिकेडिंग की गई है, जिससे उनके यात्रा मार्ग में अवरोध उत्पन्न हो गया। काफिला रोकने के पश्चात् कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने गाड़ी से उतरकर सार्वजनिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लोगों के बीच चली गईं। इस दौरान, अमेठी के सांसद किशोरी लाल ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की। उनका कहना था कि यह कार्रवाई सत्ता द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास है। यूपी गेट एवं गाजीपुर बॉर्डर पर भारी जाम के कारण न केवल यात्रियों को बल्कि अन्य जरूरी सेवाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। गाजीपुर बॉर्डर पर जाम के चलते एक स्कूल बस, एंबुलेंस और एक दुल्हन को लेकर जा रही दूल्हे की कार जाम में फंस गई। ऐसी स्थिति में आपातकालीन सेवाओं और आम जनता दोनों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। जाम की स्थिति बनी हुई है तथा उत्तर प्रदेश पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच यह जाम हल करने का प्रयास किया जा रहा है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा तथा पार्टी के अन्य नेताओं के साथ संभल जा रहे हैं। यह दौरा कांग्रेस पार्टी के लिए बेहद अहम है, क्योंकि इस के चलते पार्टी की रणनीति और राजनीतिक संदेश के रूप में यह दौरा देखा जा रहा है। राहुल गांधी के इस दौरे को प्रदेश में विपक्षी दलों के बीच एक मजबूत राजनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है। इतनी सम्पत्ति के मालिक हैं महाराष्ट्र के नए CM बनने जा रहे देवेंद्र फडणवीस 'जयरामजी, मेरा मुंह मत खुलवाइए...', राज्यसभा में क्यों भड़के सभापति जगदीप धनखड़? बस में चेकिंग के दौरान यात्रियों के पास मिला इतनी कीमती सामान, दंग रह गए-अफसर