नई दिल्ली :47 वर्षीय राहुल गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है.राहुल ने कल सोमवार को ही नामाकंन भरा. राहुल के अलावा किसी ने घोषित तौर पर पर्चा नहीं भरा इसलिए उनका निर्विरोध अध्यक्ष बनना तय है.कांग्रेस में अध्यक्ष के लिए 7 साल बाद चुनाव हो रहा है. राहुल अध्यक्ष बनने वाले नेहरू-गांधी परिवार के छठे और कांग्रेस के 60वें सदस्य होंगे. उल्लेखनीय है कि राहुल गाँधी ऐसे समय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे जब कांग्रेस मुश्किल दौर से गुजर रही है. 1951 में जवाहरलाल नेहरू के समय देश के 90% हिस्से पर कांग्रेस का शासन था, लेकिन अब जब राहुल कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं, तब कांग्रेस के पास लोकसभा में 543 में से सिर्फ 46 (8%) सीटें हैं.132 साल पुरानी कांग्रेस में सोनिया सबसे ज्यादा 19 साल से अध्यक्ष बनी हुई हैं. बता दें कि राहुल गांधी 2004 में पहली बार अमेठी से सांसद चुने गए. वहीं 2007 में पहली बार कांग्रेस के संगठन में उन्हें महासचिव चुना गया.पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने करीब 6 बार राहुल से कैबिनेट में शामिल होने का आग्रह किया, लेकिन राहुल ने हर बार मना कर दिया.राहुल से पहले कांग्रेस का कोई भी उपाध्यक्ष , अध्यक्ष नहीं बना.राहुल 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस की हिंदू विरोधी छवि बदलने का प्रयास कर रहे हैं.ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल को प्रधान मंत्री प्रत्याशी के रूप में खड़ा कर सकती है. यह ही देखें कांग्रेस ने की लोक लुभावन घोषणाएं राहुल आज कच्छ में करेंगे ज़ोरदार प्रचार