नई दिल्ली : भारतीय रेलवे की वित्तीय स्थिति बिगड़ रही है क्योकि रेलवे के व्यय उसकी आय के मुकाबले लगातार बढ़ते जा रहे है, जिसका सीधा असर उसकी वित्तीय स्थिति पर पढ़ रहा है। जानकारी के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर तक आय के मुकाबले रेलवे के व्यय का अनुपात 112 फीसद तक पहुंच गया है। गर्मियों की छुट्टियों से उम्मीद सूत्रों कि माने तो आगामी साल मार्च से पहले इसमें कोई बदलाव आने की संभावना नहीं है। मार्च में रेलवे को उम्मीद है कि अगली गर्मियों की छुट्टियों के लिए बड़ी संख्या में यात्रियों द्वारा एडवांस बुकिंग कराए जाने पर उसकी आय बढ़ेगी और वित्तीय दबाव कम होगा। प्राप्त जानकारी अनुसार स्टेशन पुनर्विकास परियोजना और विज्ञापन जैसे मदों से गैर किराया आय भी बढ़नी शुरू हो जाएगी। इससे भी रेलवे को अच्छी आय होने की उम्मीद है। इतने करोड़ रुपये कम रही आय जानकारी के लिए बता दे रेलवे द्वारा तैयार वित्तीय विश्लेषण के अनुसार नवंबर के अंत तक रेलवे की आय 1.22 लाख करोड़ रुपये लक्ष्य से कम रही है। इस दौरान उसकी आय 1.15 लाख करोड़ रुपये रही जो 7840 करोड़ रुपये कम थी। यात्री किराए से इस दौरान रेलवे को 33,900 करोड़ रुपये आय हुई जबकि लक्ष्य 34,583 करोड़ रुपये का था। इस तरह आय 683 करोड़ रुपये कम रही। देश की पहली सबसे तेज बिना इंजन वाली ट्रेन-18 सफल ट्रायल के लिए निकली ट्रेन-18 पर पथराव, टूटे शीशे ट्रेन में सफाई करते हुए फ़्लश पर गई कर्मचारी की नजर, मिला नवजात बच्चा