नई दिल्ली : रेल में मिलने वाला भोजन इंसान के खाने लायक नहीं है. नियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. भारतीय रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर कैग की ऑडिट रिपोर्ट शुक्रवार को संसद में रखी गई .रिपोर्ट के अनुसार रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाली खाने-पीने की चीजें प्रदूषित हैं. डिब्बाबंद और बोतलबंद चीजों को उपयोग की तारीख निकल जाने के बाद भी बेचा जा रहा है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुरंतो एक्सप्रेस में तो खाने में ही चूहे और कॉक्रोच घूमते नजर आए. वहीं आनंद विहार स्टेशन से जाने वाली एक ट्रेन में मुसाफिर ने कटलेट का ऑर्डर दिया तो उसमे लोहे की कीलें निकली.एक स्टेशन पर अनबिके और खराब हो चले पराठे यात्रियों को दे दिए गए . कैग रिपोर्ट के अनुसार खाने के ठेकेदार खाने की क्वालिटी और साफ सफाई से समझौता करते हैं लेकिनदोषी पाए जाने के बाद भी इन ठेकेदारों के खिलाफ रेलवे कोई कार्रवाई नहीं करता . गौरतलब है कि कैग की इस रिपोर्ट में ठेके बांटने के दौरान भी घोटाला किये जाने का उल्लेख किया गया है.खाने को गंदगी से बचाने के प्रति भी लापरवाही सामने आई है.यही नहीं रेलवे परिसर और ट्रेनों में साफ-सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जा रहा है.ट्रेन में बिक रही चीजों के बिल नहीं दिए जाने औरखाने की गुणवत्ता में भी कई खामियों की भी शिकायतें मिली हैं. हालाँकि रेलवे के अधिकारी अब कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं. बता दें कि सीएजी और रेलवे की संयुक्त टीम ने 74 स्टेशनों और 80 ट्रेनों का निरीक्षण करने के बाद इस रिपोर्ट को तैयार किया है. यह भी देखें अब यात्री कर सकेंगे इकोनाॅमी AC कोच में यात्रा लेह में दुनिया के सबसे ऊँचे रेलवे ट्रैक बिछाने का अंतिम सर्वे इसी हफ्ते से शुरू