भारत के रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय रेल को लाभप्रद बनाने के लिए नई योजना तैयार की है. उन्होने रेलवे के कायापलट करने वाले परिवर्तन के लिए गुरुवार को रेलवे स्टाफ से उनकी सलाह मांगी. कोविड-19 के दौरान यात्री रेल सेवाओं के बंद होने के कारण से रेलवे को हुए भारी क्षति हो रही है. जिसकी वजह से ये कदम उठाया गया है. रेलवे वय और लागत को कम करने के लिए कई प्रकार के उपाय अपनाने की प्रक्रिया को भी अंतिम रूप दे रहा है. कर्नाटक : मातृ मृत्यु दर में हुआ गजब का सुधार, अब भारत में इस स्थान पर आया बता दे कि एक ऑनलाइन कर्मकार संगोष्ठी को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने महाप्रबंधकों से बताया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्टाफ से उनके विचार लें. संगोष्ठी में भारत के रेल कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, रेल मंत्री ने कर्मचारी संघ के नेताओं से गुजारिश की है कि महामारी की वजह से विश्व में छाई इस विपत्ति से रेलवे को उबारने के तरीकों पर विचार करें. उन्होंने रेलवेकर्मीयों से रेलवे का राजस्व बढ़ाने और लागत कम से कम करने और माल ढुलाई में भागीदारी बढ़ाने के विशिष्ट विचारों के साथ आगे आने को कहा है. गोयल ने बताया कि 'रेलवे कर्मचारियों का हदय संगठन के लिए धड़कता है. उनके निकट ऐसे विचार होंगे जो रेलवे के फायदे को बढ़ा सकते हैं. बागवानों का पैसा हड़पने के मामले में सीआईडी ने बारह लदानियों और आढ़तियों को भेजा नोटिस रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगादी ने कहा कि गत 167 वर्ष में भारतीय रेल कभी नहीं थमी. हालाकि महामारी की वजह से यह रुक गई. साथ ही, रेलवे बोर्ड में मानव संसाधन के महानिदेशक आनंद खाटी ने बताया कि हाल में रेलवे में 1.21 कर्मचारीयों की भर्ती की गई है किन्तु 1.40 लाख रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. बंगाल में भाजपा कार्यकर्ता की निर्मम हत्या, पार्टी ने किया 12 घंटे बंद का ऐलान त्रिपुरा में कोरोना से एक और मौत, संक्रमितों की संख्या हुई 2282 इस तारीख़ तक 50 हजार रु सस्ती बिकेगी MG Hector Plus 6-सीटर, ये है कीमत और फीचर्स