नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने ऑटोमोबाइल लदान के लिए अगले दो सालों के लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित किए हैं। रेलवे वर्ष 2021-22 में अपने लदान का 20 प्रतिशत ऑटोमोबाइल लदान करना चाहती है। जबकि इसके अगले साल 2023-24 में इसे बढ़ाकर 30 प्रतिशत तक ले जाने का टारगेट है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को ऑटोमोबाइल उद्योग के दिग्गजों के साथ अहम् बैठक की है। इसमें सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) और और ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) के प्रतिनिधि शामिल हुए। कोरोना महामारी के संकटकाल में भारतीय रेल माल लदान के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। अब रेलवे का फोकस ऑटोमोबाइल लदान पर है और इसके लिए काफी कोशिशें की जा रही हैं।रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को ऑटोमोबाइल क्षेत्र के दिग्गजों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में SIAM से टाटा मोटर्स, हुंडई मोटर्स, फोर्ड मोटर्स महिंद्रा एंड महिंद्रा, होंडा इंडिया और मारुति सुजुकी लिमिटेड शामिल हुए थे। इनके साथ ऑटोमोबाइल फ्रेट ट्रेन ऑपरेटर्स (FPOS) और आटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। बता दें कि रेलवे ने ऑटोमोबाइल लदान को बढ़ाने के लिए ऑटोमोबाइल ट्रैफिक के लिए टर्मिनल चार्ज फ्री कर दिया है। इसके साथ ही इस वर्ष ऑटोमोबाइल ट्रैफिक के लिए सात नए टर्मिनल भी आरंभ किए गए हैं। पेट्रोल-डीज़ल के दाम में आज भी नहीं हुआ बदलाव, यहाँ जानिए ताज़ा भाव Paytm बैंक में एफडी पर मिलेगा इतनी फीसदी का ब्याज, 13 माह का है मैच्योरिटी पीरियड इन्वेस्टर्स के लिए बड़ी खबर! वेदांता लिमिटेड का डिलिस्टिंग ऑफर हुआ विफल