महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट की दुनिया में कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है. मगर पिछले कुछ समय से दबाव की परिस्थितियों में धोनी धैर्य खोते देखे गए है. दक्षिण अफ्रीका के दौरे में जब धोनी को मनीष पांडे को डांटते हुए देखा गया तो हर किसी को हैरानी हुई. मौजूदा आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम के कैप्टन धोनी मैदान पर सुस्त रहने वाले बॉलर्स और फील्डर्स पर भी नाराज होते दिखे. आईपीएल 2018 के दौरान, धोनी ने यह बात स्वीकार भी की कि उतनी टीम की फील्डिंग मजबूत नहीं है. टीम के बल्लेबाजों रायडू, शेन वॉटसन और खुद धोनी ने अच्छा परफॉर्म किया है. इस सीजन में टीम की कुछ हारों के लिए खराब बॉलिंग और फील्डिंग को जिम्मेदार माना जा सकता है. राजस्थान रॉयल्स से हार के बाद धोनी साफ तौर पर गुस्से में थे. गलत लेंथ से बॉलिंग करने पर धोनी इतने ज्यादा आगबबूला हो गए कि विकेट के पीछे कैच लेने के बाद गुस्से से बॉल फेंक दी. उनके साथी रैना ने बताया कि धोनी को सबसे ज्यादा गुस्सा बॉलर्स के बार-बार गलतियां दोहराने पर आता है. धोनी को करीब से जानने वाले रैना ने कहा, कप्तान प्ले ऑफ से पहले इस तरह की गलतियों को कम करना चाहते हैं. आईपीएल से दो सीजन दूर रहने के बाद CSK इस बार आईपीएल जीते, माही का यही लक्ष्य है. रैना ने कहा, "बॉलर्स को हमेशा बताया जाता है कि उन्हें किस प्लान पर काम करना है. एक प्रोफेशनल क्रिकेटर के तौर पर आपको यह आना चाहिए. मुझे पता होता है कि फील्ड पर मुझे क्या करना है लेकिन कैप्टन से सलाह लेना खासकर बॉलर्स... जब वे सही दूरी से बॉल ना फेंक पा रहे हो और लगातार एक्स्ट्रा रन दे रहे हो. ये चीजें आपको ज्यादा परेशान कर देती हैं." रैना ने आगे कहा, यही वजह है कि वह हमेशा बताते रहते हैं कि अपना गेम सुधारो. माही ने यही बात लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दोहराई है. IPL 2018 : आज कोहली के सामने 'विराट चुनौती', राइजर्स से भिड़ेंगे चैलेंजर्स तीन रनों से मिली हार के बाद फूट-फूट कर रोते दिखे के एल राहुल देखें वीडियो : राहुल-पांड्या ने बीच मैदान पर पहनी एक-दूसरे की जर्सी, भावुक कर देंगी ये ख़बर