भगवान शिव की अगर बात करें तो यह अन्य देवताओं की अपेक्षा काफी भोले होते है। इनकी पूजा भी बहुत ही आसान होती है। भगवान शिव को जल्दी ही प्रसन्न किया जा सकता है। भगवान शिव के सर पर चन्द्रमा सुशोभित होता है, और ज्योतिष में दूध को चन्द्रमा का कारक ग्रह माना गया है। इसी दूध में अगर शक्कर मिलाकर मंगत तथा केसर या हल्दी मिला कर गुरू का उपाय किया जाता है। यही दूध अगर सांप को पिलाया जाये तो राहू का उपाये होता है। वहीं अगर दूध में तिल मिलालकर भगवान शिव को अर्पित किया जाये तो समस्त ग्रहों का अनिष्ट टलता है। तो चलिए जानते है। ऐसे ही दूध के टोटाकों के माध्यम से कैसे आप अपनी बडी से बड़ी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें। उसके बाद नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नान आदि कर अपने आसपास के शिव मंदिर में जाएं तथा वहां शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं। लगातार सात सोमवार तक इस उपाय को करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही कुंडली में कोई भी ग्रह बुरा असर दे रहा होता है, वो भी टल जाता है। अगर बार-बार आप या घर का कोई सदस्य दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं तो शुक्ल पक्ष की अमवस्या के बाद पड़ने वाले पहले मंगलवार को 400 ग्राम दूध लेकर उसमें चावल धोकर उसे नदी में प्रवाहित कर दें। यह उपाय आप लगातार 7 मंगलवार तक करें। रविवार की रात सोते समय 1 गिलास में दूध भरकर अपने सिर के पास रखकर सो जाएं। ध्यान रखें, यह दूध ढुलना नहीं चाहिए। अगले दिन सुबह उठने के बाद नित्य कर्मों से निवृत्त होकर इस दूध को किसी बबूल के पेड की जड़ में डाल दें। ऐसा हर रविवार रात करें। जिस आदमी पर इस उपाय को करेंगे, उसकी नजर दूर होगी और उसके सारे काम बनते चले जाएंगे। साथ ही पैसा भी आने लगेगा। अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं और आपको किसी काम में सफलता नहीं मिल रही है तो घर के पास के कुएं या किसी अन्य जलस्रोत में कच्चा दूध डालें। जल्दी ही सब ठीक हो जायेगा। कहाँ से आया भगवान भोलेनाथ के पास नाग, सर्प, त्रिशूल और डमरू ? आज भी इस शहर में विराजते है भगवान भोलेनाथ दुःख के समय इसलिए होता है और दुःख का ऐहसास एक अद्भुत मंदिर जहां होती है एक अगूंठे की पूजा