जयपुर: राजस्थान के दौसा जिले में स्थित विश्व विख्यात मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर के बाहर आज एक दर्दनाक हादसा हो गया। इस घटना के बारे में जिसने भी सुना वह हैरान रह गया। दरअसल, बालाजी के दर्शन करने के लिए जाने से पहले अपनी मां का हाथ थामे खड़ा दस वर्षीय बच्चा बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण हादसे का शिकार हो गया। बाद में उसके शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए राजकीय अस्पताल में पहुंचाया। मेंहदीपुर बालाजी थाना पुलिस हादसे की जांच में जुट गई है। पुलिस ने बताया कि हर हफ्ते मंगलवार और शनिवार के दिन मेहंदीपुर बालाजी आने वाले भक्तों की तादाद हजारों में होती है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली सहित पूरे देश के राज्यों से त्योंहार के वक़्त तो लाखों की तादाद में भीड़ बालाजी की एक झलक पाने पहुंचती है। आज का दिन भी बड़ा है। आज नवरात्रि के अष्टमी का दिन होने के साथ ही शनिवार भी है। इस वजह से कई राज्यों से हजारों भक्त हनुमान जी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। पुलिस ने बताया कि यूपी के आगरा जिले के नंदगांव क्षेत्र में रहने वाले रामरूप अपनी पत्नी और दस वर्षीय पुत्र रोहन के साथ आज सवेरे मेंहदीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। मंदिर में आज भारी भीड थी। परिवार मंदिर के पास ही पार्किंग के पास अपनी बारी के इंतजार में खड़ा था। इसी दौरान एक कार ड्राइवर ने कार को बिना पीछे देखे ही तेजी से पीछे ले लिया। जिससे रोहन कार के नीचे आ गया और फंस गया। उसके बाद भी ड्राइवर ने कार को दौड़ाने का प्रयास किया। उसे लगा कि कार के नीचे कोई पत्थर फंस गया है। बाद में जब चीख पुकार मची, तो वह कार से बाहर निकला तो पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ, लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। फ़िलहाल पुलिस ने कार ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। ग़ाज़ियाबाद के छात्र की कनाडा में गोली लगने से मौत, परिवार में पसरा मातम सड़क हादसों को लेकर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, अब हिट एंड रन मामलों में फ़ौरन मिलेगी ये सुविधा भीषण गर्मी की चपेट में दिल्ली, IMD ने 'लू' को लेकर जारी किया रेड अलर्ट