जयपुर: राजस्थान के नागौर जिले में पुलिस की कार्यशैली से महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर से प्रश्नचिन्ह लग गया है। यहाँ एक महिला द्वारा पुलिसकर्मी के खिलाफ दर्ज करवाई गई प्राथमिकी में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में एक SHO और 2 सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। SHO पर ऒंन ड्यूटी शराब के नशे में धुत भी रहने का आरोप है। यह कार्रवाई 1 मई, 2022 (रविवार) को की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नागौर के पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। SP ने बताया है कि, '28 अप्रैल, 2022 को अजमेर रेंज पुलिस ऑफिस में हाजिर हो कर खुनखुना थानाक्षेत्र की एक शादीशुदा महिला ने अपने साथ बलात्कार किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इस शिकायत पर 30 अप्रैल, 2022 को खुनखुना थाने में मामला भी दर्ज किया गया था। इस दौरान पाया गया कि अजमेर कार्यालय में दिए गए लिखित बयान का जिक्र खुनखुना थाने में दर्ज प्राथमिकी में था ही नहीं। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए SHO धर्मपाल मीणा के साथ और उसी थाने के HM क्राईम बंशी लाल, हेड कांस्टेबल ओम प्रकाश और कम्प्यूटर ऑपरेटर सुरेश को निलंबित कर दिया गया है।' रिपोर्ट के अनुसार, महिला द्वारा अगस्त 2021 में ही खुनखुना थाने के पूर्व SHO रह चुके सब इंस्पेक्टर शंभूदयाल मीणा के विरुद्ध शिकायत दी गई थी। पीड़िता शिकायत में कहा था कि, 'वर्ष 2018 में जब मैं थाने पर एक शिकायत करने पहुंची थी, उस समय तत्कालीन SHO शंभूदयाल मीणा ने मेरा नंबर ले लिया था। बाद में सब इंस्पेक्टर शंभू दयाल ने मुझे लगातार फोन किए और एक दिन डीडवाना के एक होटल में बुला कर मेरा बलात्कार किया। फिर मेरे इंकार करने के बाद भी SHO मीणा ने मुझ से 15-20 बार अलग-अलग समय पर दुष्कर्म किया।' इस मामले में बाद में आरोप लगानी वाले महिला और सब इंस्पेक्टर शंभूदयाल मीणा के बीच समझौता हो गया था। यह समझौता टूटने के बाद महिला वापस शिकायत करने पुलिस के पास पहुँची थी। इस शिकायत के बाद आरोपित पुलिसकर्मी का तबादला कोटा रेंज कर दिया गया था। डिप्टी SP गोगाराम ने बताया कि बाद में दरोगा शंभू ने बाद में महिला के साथ समझौता कर लिया था। कुछ दिनों के बाद राजीनामे से मुकरने के बाद महिला फिर से शंभूदयाल के खिलाफ मामला दर्ज करवाने थाने पहुँची थी। अधिकारियों को थाना प्रभारी खुनखुना के अक्सर नशे में धुत होने की शिकायत प्राप्त हुई थी। इसी शिकायत के आधार पर एडिशनल SP डीडवाना विमन सिंह नेहरा ने डीडवाना DSP गोगाराम को जाँच के निर्देश दिए थे। शनिवार (30 अप्रैल, 2022) को देर रात SHO धर्मपाल मीणा नाकाबंदी पर तैनात थे। इसी दौरान जब DSP गोगाराम वहां जाँच करने पहुँचे तब SHO उन्हे नशे में धुत मिले। धर्मपाल मीणा का मेडिकल टेस्ट करवाया गया, जिसमें उनके नशे में होने की पुष्टि हुई थी। नमाज़ पढ़कर रिश्वत के पैसे लेने पहुंचा इंजीनियर सगीर अहमद, लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा नकली TTE बनकर ट्रेन यात्रियों से ठगी करता था शख्स, GRP पुलिस ने ऐसे दबोचा नशे में धुत पति ने पहले पत्नी से किया झगड़ा, फिर तीनों बच्चों को कुल्हाड़ी से काटकर कुँए में फेंकी लाश