जयपुर: राजस्थान की विधनसभा के नए सत्र में कांग्रेस सरकार बेहद सतर्क नजर आ रही है. नए सत्र की शुरुआत होने पर प्रेस वालों ने राजस्थान के नए सीएम अशोक गहलोत से चर्चा की है. विधानसभा के प्रथम सत्र में नई रणनीति के लेकर पूछे गए प्रश्नों पर अशोक गहलोत ने कहा है कि विधानसभा का यह सत्र और आगामी सत्र में हमारी सरकार जनहित के कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करेगी. प्रदेश में जनता के हित में काम किए जाएंगे, विकास के काम किए जाएंगे, जनता ने जो विश्वास हम पर जताया है, हम उस पर पूरी तरह से खरा उतरने का प्रयास करेंगे. अरुण जेटली ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा सिर्फ विरोध करना ही है इनका काम वहीं सदन में हंगामें को लेकर सीएम गहलोत ने कहा है कि हंगामे तो मुद्दों पर आधारित होते है. अगर कोई मुद्दा बनता है वास्तव में, तो उस पर आवाज बुलंद करने की आजादी सभी को है. परन्तु, कई बार अनावश्यक रूप से राजनीति करने के लिए भी सदन में हंगामा होता है, तो उससे हमे गुरेज़ है. उन्होंने कहा है कि मैं समझता हूं कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने की आजादी सबको होनी चाहिए, पर जनता के फायदे के लिए बात करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. कांग्रेस नेता के बिगड़े बोल, कहा 'कर्नाटक के श्राप से शाह को हुआ सूअर का जुकाम' जबकि जन घोषणा पत्र के वादों को लेकर विपक्ष के दबाव डालने पर अशोक गहलोत का कहना है कि यह अच्छी बात है, यह उनका कर्तव्य भी है, दबाव डालना भी चाहिए, अगर दबाव नहीं बनाएंगे तो वे लापरवाही करेंगे. ये परम्परा देश में मैंने ही शुरू की है, पहली बार जब 1998 में मैं राजस्थान का सीएम बना था, तब प्रथम केबिनेट में हमने यही फैसला लिया था. 2008-09 में जब मैं दूसरी बार सीएम बना, तब भी हमने मेनिफेस्टो को सरकार की कार्ययोजना का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया था. खबरें और भी:- जेएनयू देशद्रोह मामले पर राम माधव का बड़ा बयान, कहा देश को गाली देना अभिव्यक्ति की आज़ादी नहीं गोवा के बूथ कार्यकर्ताओं से संपर्क करेंगे पीएम मोदी, देंगे जीत का मंत्र सपा-बसपा के गठबंधन पर भाजपा का प्रहार, कहा ये है सांप-बिच्छू का जोड़ा