राजस्थान चुनाव: भाजपा के सामने बड़ी चुनौती, कांग्रेस और बसपा

जयपुर: राजस्थान पिछले पांच विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच झूलता रहा है, यहां मतदाताओं ने एक ही पार्टी को लगातार दो बार राज्य करने का मौका नहीं दिया है. इस साल के विधानसभा चुनावों में राजस्थान की यह प्रकृति कांग्रेस का सबसे बड़ा फायदा और बीजेपी की सबसे बड़ी चुनौती है.

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कांग्रेस हाल ही में दो लोकसभा अलवर और अजमेर के साथ एक विधानसभा मंडलगढ़ सीटों में बीजेपीपर जीत दर्ज करने के बाद से उत्साहित है,   हालांकि कांग्रेस के सामने चुनौती यह है कि राजस्थान में कौनसा नेता पार्टी का नेतृत्व करेगा, कांग्रेस के सामने इस संबंध में सचिन पायलट और अशोक गेहलोत नामक दो विकल्प हैं.

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वहीं बीजेपी ने 2013 के चुनावों में 200 सदस्यीय असेंबली में रिकॉर्ड 163 सीटें जीती थीं. हालांकि वर्तमान में इस पार्टी को अपने कर्मचारियों और राजपूतों और गुज्जर जैसे पारंपरिक वोट बैंकों में अशांति का सामना करना पड़ रहा है.  हालाँकि पार्टी इस बारे में ध्यान नहीं दे रही है, बीजेपी का कहना है कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में स्थिर प्रशासन है. कांग्रेस के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी भाजपा के लिए मुसीबत बन सकती है, क्योंकि मायावती ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी राजस्थान की सभी सीटों से उम्मीदवार खड़े करेगी.

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