जयपुर: राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज शुक्रवार (10 फ़रवरी) को अपने मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट विधानसभा में पेश किया। हालांकि, बजट की शुरुआत में ही मुख्यमंत्री एक बड़ी गलती कर बैठे। दरअसल, CM अशोक गहलोत अपने भाषण में पुराना बजट पढ़ने लगे थे। इस बीच PHD मंत्री महेश जोशी ने मुख्यमंत्री के कान में बजट रोकने के लिए कहा। इस दौरान विपक्ष ने जमकर बवाल किया। सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा। विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा था कि CM पुराना भाषण पढ़ रहे हैं यह किस तरह पता चला, इसका मतलब है कि बजट लीक हो गया है। दरअसल, बचत और राहत देने वाले बजट का ऐलान करके विधानसभा पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत ने अपना भाषण पढ़ना शुरू किया। वे 2-3 पैराग्राफ वह पढ़ चुके थे, तब तक उन्हें कुछ भी समझ नहीं आया कि, वे इस साल का बजट पढ़ रहे हैं या पुराने साल का। इसी बीच उनके पीछे बैठे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं भूजल विभाग के मंत्री महेश जोशी को शायद कुछ संदेह होता है, तो वे अपनी सीट से उठते हैं, पीछे कहीं जाते हैं और फ़ौरन आकर मुख्यमंत्री के कान में कहते हैं कि भाषण को रोक दीजिए। जब गहलोत, मंत्री से इसका कारण पूछते हैं, तो मंत्री धीरे से उन्हें बताते हैं कि, आप पुराना बजट भाषण पढ़ रहे हैं। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने फ़ौरन पलटते हुए तारीख देखी, तो वह खुद भी हैरान रह गए। हालांकि, इसके बाद वे अपनी गलती को छिपाते हुए, मुस्कुराने लगे। इसी बीच बजट लीक किए जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के विधायकों ने सदन में हंगामा कर दिया। स्पीकर द्वारा सदस्यों को शांत रहने को कहा गया। बार-बार अपील के बाद भी जब हंगामा नहीं रुका, तो विधानसभा की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता गुबाल चंद कटारिया ने कहा है कि बजट लीक हो गया है और इसलिए इसे पेश नहीं किया जा सकता है। वहीं, सीएम गहलोत ने बजट लीक होने के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि एक अतिरिक्त पन्ना गलती से भाषण में लग गया था। उन्होंने कहा कि सदन में बजट की जो कॉपी बांटी गई है, वह उसी को पढ़ रहे हैं। बता दें कि, बजट वित्त मंत्री द्वारा तैयार किया जाता है और राजस्थान का वित्त मंत्रालय CM गहलोत के ही पास है। इसके बाद भी खुद बजट बनाने वाले को नए और पुराने बजट की जानकारी न होना हैरान कर देने वाला है। बीते वित्त वर्ष में भी अशोक गहलोत ने ही बजट पेश किया था। इसी पर सवाल उठाते हुए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा है कि, जिस राज्य के CM बिना चेक किए 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे। आप समझ सकते हैं कि उनके हाथ में प्रदेश कितना सुरक्षित है। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है। जिस इन्वेस्टर्स समिट से यूपी को मिलना है निवेश और रोज़गार, उस से कांग्रेस-सपा क्यों नाराज़ ? यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आज से लगेगा दिग्गज उद्योगपतियों का महाकुम्भ, मोदी-राजनाथ भी रहेंगे मौजूद ‘Warning! कमजोर दिल वाले न देखें..', नागालैंड के मंत्री ने वीडियो शेयर कर ऐसा क्यों कहा ?